एसजीआरआरयू के योग छात्र सुमेर ने राष्ट्रीय योग चैम्पियनशिप में लहराया परचम
देहरादून: श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय (एसजीआरआरयू) के स्कूल ऑफ यागिक साइंस एंड नैचुरोपैथी के छात्र सुमेर ने राष्ट्रीय योगासना स्पोर्ट्स चैम्पियनशिप 2023-24 में शानदार प्रदर्शन करते हुए तृतीय स्थान प्राप्त किया है। बीएससी द्वितीय वर्ष के छात्र सुमेर ने इस राष्ट्रीय प्रतियोगिता में तमिलनाडु, डिंडीगुल में आयोजित इस प्रतियोगिता में 25 राज्यों से आए 600 योग साधकों को पीछे छोड़ते हुए विश्वविद्यालय और राज्य का नाम रोशन किया है।
प्रतियोगिता में 600 योग साधकों ने भाग लिया राष्ट्रीय योगासना स्पोर्ट्स चैम्पियनशिप में 25 राज्यों से आए 600 योग साधकों ने भाग लिया था। इस प्रतियोगिता में बीएसएफ के जवानों ने भी योग के विविध अभ्यासों का प्रदर्शन किया।
विश्वविद्यालय के कुलाधिपति ने सुमेर को बधाई दी एसजीआरआरयू के कुलाधिपति श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज ने सुमेर और स्कूल ऑफ यागिक साइंस एंड नैचुरोपैथी के डीन और फैकल्टी सदस्यों को बधाई और शुभकामनाएं दीं। एसजीआरआरयू के कुलपति प्रो. (डॉ.) यशबीर दीवान और कुलसचिव डॉ. अजय कुमार खंडूड़ी ने भी सुमेर को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दीं।
सुमेर ने पहले जिला और राज्य स्तरीय प्रतियोगिताएं जीती थीं राष्ट्रीय योगासना स्पोर्ट्स चैम्पियनशिप में चयनित होने से पहले सुमेर ने जिला स्तरीय योगासन चैम्पियनशिप देहरादून में प्रथम स्थान और राज्य स्तरीय योगासन चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीतकर प्रथम स्थान हासिल किया था।
एसजीआरआरयू के छात्र-छात्राएं योगासन में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रहे हैं एसजीआरआरयू के स्कूल ऑफ यागिक साइंस एंड नैचुरोपैथी के डीन प्रो. (डॉ.) कंचन जोशी ने जानकारी दी कि एसजीआरआरयू के छात्र-छात्राएं योगासन की राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में श्रेष्ठ प्रदर्शन कर विश्वविद्यालय और राज्य का नाम रोशन कर रहे हैं।
सुमेर पारंपरिक योगासन श्रेणी में पदक जीतने वाले एकमात्र प्रतिभागी हैं यह भी उल्लेखनीय है कि सुमेर उत्तराखंड से पारंपरिक योगासन श्रेणी में पदक जीतने वाले एकमात्र प्रतिभागी हैं। सुमेर ने सीनियर वर्ग में मेडल जीतकर देश में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है।
यह उपलब्धि एसजीआरआरयू और उत्तराखंड के लिए गौरव की बात है सुमेर की यह उपलब्धि एसजीआरआरयू और उत्तराखंड के लिए गौरव की बात है। सुमेर की इस सफलता से प्रेरणा लेकर अन्य छात्र-छात्राएं भी योगासन में रुचि लेंगे और देश-विदेश में विश्वविद्यालय और राज्य का नाम रोशन करेंगे।