कैडर को टिकट देने की पैरवी करने वाले कांग्रेस अध्यक्ष परिवारवाद पर क्यों है खामोश
देहरादून। भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने कहा कि उतराखण्ड मे टिकट बितरण को लेकर उपदेश दे रही कांग्रेस को परिवारवाद पर भी नजर डालने की जरूरत है, क्योंकि अधिकतर कांग्रेसी इसी वजह से कांग्रेस को तिलांजलि देते रहे हैं। वहीं हाईकमान की परिक्रमा करने वालो की अकसर खुलने वाली लॉटरी पर भी उसे आत्ममंथन की जरूरत है।
चौहान ने कहा कि भाजपा कार्यकर्ता आधारित पार्टी है, जबकि कांग्रेस परिवारवाद को ही महत्व देती रही है। उन्होंने भाजपा की बैठक पर कांग्रेस अध्यक्ष की टिप्पणी को हास्यास्पद, निराशा और अति उत्साह से भरा बताया। चौहान ने कहा कि कार्यकर्ताओं में जोश कैसे भरा जाता है यह कांग्रेस अध्यक्ष बता रहे हैं, जबकि उनके कार्यकाल मे कांग्रेस की सबसे अधिक फजीहत हुई। यहाँ तक कि कार्यकारिणी तक गठित नही कर पाए और बड़े क्षत्रपों के बीच वह हमेशा ही असहज रहे हैं। उनके कार्यकाल मे कांग्रेस निराश और हताशा के दौर मे रही। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने बद्रीनाथ मे अपनी पुरानी सीट जीती है और मंगलौर मे भाजपा तीसरे स्थान से जीत के करीब पहुंची है। प्रत्याशियों को लेकर तमाम दुष्प्रचार के बाद भी भाजपा का प्रदर्शन बेहतर रहा है।
चौहान ने कहा कि राज्य मे कांग्रेसी पृष्ठभूमि के मंत्री हों या कार्यकर्ता वह राष्ट्रवाद और विकास की उम्मीद के साथ परिवार वाद से त्रस्त होकर भाजपा ज्वाइन की। लोक सभा मे हरिद्वार प्रत्याशी कांग्रेस के परिवार वाद का बड़ा उदाहरण है। वहीं अल्मोड़ा या नैनीताल मे कुछ अन्य सीटों पर हाई कमान की परिक्रमा से टिकट वितरित हुए, जिसका असंतोष साफ दिखा। बड़े नेताओं ने क्यों चुनाव से दूरी बनाई इसके लिए धरातल पर ढांचा न होना बताया गया।
उन्होंने कहा कि भाजपा जीत और हार के बाद समीक्षा करती है और कार्यकर्ताओ के साथ किये गए वायदों को लेकर सजग रहती है। कांग्रेस को आत्म मंथन की जरूरत है।