Friday, November 22, 2024
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उत्तराखंड के राज्यपाल ने “उत्तराखण्ड लोकसभा चुनाव-2024” पुस्तक का विमोचन किया

 

देहरादून, 03 जुलाई, 2024 – उत्तराखंड के राजभवन में एक महत्वपूर्ण अवसर पर, राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने निर्वाचन विभाग, उत्तराखण्ड द्वारा प्रकाशित पुस्तक “उत्तराखण्ड लोकसभा चुनाव-2024” का विमोचन किया। इस पुस्तक में लोकसभा चुनाव के दौरान मतदान प्रतिशत को बढ़ाने हेतु किए गए अभिनव प्रयासों और जानकारियों को समाहित किया गया है। यह पुस्तक राज्य नोडल अधिकारी डॉक्यूमेंटेशन डॉ. आनंद भारद्वाज, सह नोडल डॉ. एम. एस. सजवान, और सह नोडल गरिमा मिश्रा के संपादन में तैयार की गई है।

 

“उत्तराखण्ड लोकसभा चुनाव-2024” पुस्तक का मुख्य उद्देश्य निर्वाचन प्रक्रिया के दौरान किए गए नवाचारों, अभियानों, और विशेष प्रयासों का दस्तावेजीकरण करना है। इसमें जिलों के निर्वाचन अधिकारियों द्वारा मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए किए गए विशेष प्रयासों की झलकियाँ शामिल हैं। यह पुस्तक एक ऐसा अभिलेख है जो न केवल वर्तमान के लिए बल्कि भविष्य के लिए भी निर्वाचन प्रक्रिया के उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत करता है।

मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ. बी.वी.आर.सी. पुरुषोत्तम ने इस अवसर पर कहा कि भारत निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों के अनुसार “कोई भी मतदाता न छूटे” की परिकल्पना को साकार करने के लिए उत्तराखण्ड के सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों और विभागों ने अपना पूर्ण सहयोग दिया। मतदाता जागरूकता अभियान में भाग लेकर, उन्होंने विभिन्न माध्यमों से मतदाताओं को जागरूक किया और चुनाव प्रक्रिया में उनकी भागीदारी सुनिश्चित की।

डॉ. पुरुषोत्तम ने बताया कि 65 लाख से अधिक मतदाताओं ने मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए शपथ ली और सोशल मीडिया के माध्यम से 32 लाख मतदाताओं तक व्हाट्सएप के जरिए पहुंच बनाई गई। दिव्यांग और वृद्ध मतदाताओं के लिए विशेष व्यवस्थाएं की गईं। इन सभी प्रयासों को पुस्तक में सम्मिलित किया गया है। इसके साथ ही, पुस्तक में क्यूआर कोड के माध्यम से संबंधित गतिविधियों की वीडियो देखने का अभिनव प्रयोग भी किया गया है।

 

राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने पुस्तक की सराहना करते हुए कहा कि यह डॉक्यूमेंटेशन का एक बेहतरीन उदाहरण है। उन्होंने बताया कि यह पहली बार है जब निर्वाचन प्रक्रिया के सभी महत्वपूर्ण क्रियाकलापों को अंकित और डॉक्यूमेंट किया गया है। राज्यपाल ने सुझाव दिया कि इस पुस्तक को अन्य प्रदेशों में भी प्रेषित किया जाए और निर्वाचन आयोग को भी इसकी प्रति भेजी जाए। उन्होंने मुख्य निर्वाचन अधिकारी और उनकी पूरी टीम को निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव सम्पन्न कराने के लिए बधाई दी।

राज्यपाल ने कहा कि उत्तराखंड की विषम भौगोलिक परिस्थितियों के बावजूद, लोगों ने मतदान प्रक्रिया में अपनी भागीदारी सुनिश्चित की, जिसमें राज्य निर्वाचन विभाग की महत्वपूर्ण भूमिका रही। उन्होंने यह भी कहा कि इस पुस्तक के माध्यम से अन्य प्रदेश भी अपने निर्वाचन अभियानों में नवाचार और श्रेष्ठ प्रयासों को अपना सकते हैं।

 

इस अवसर पर अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ. विजय कुमार जोगदण्डे, उप मुख्य निर्वाचन अधिकारी मुक्ता मिश्रा, सहायक मुख्य निर्वाचन अधिकारी मस्तू दास, डॉ. आनंद भारद्वाज, डॉ. एम. एस. सजवान, और गरिमा मिश्रा उपस्थित थे।

 

“उत्तराखण्ड लोकसभा चुनाव-2024” पुस्तक का विमोचन न केवल निर्वाचन विभाग की सराहनीय उपलब्धियों को दर्शाता है, बल्कि भविष्य के लिए एक मील का पत्थर भी स्थापित करता है। इस पुस्तक के माध्यम से निर्वाचन प्रक्रिया में पारदर्शिता, नवाचार और जागरूकता को बढ़ावा देने के प्रयासों को सहेजा गया है। यह पुस्तक उत्तराखंड की निर्वाचन प्रक्रिया के विभिन्न पहलुओं का संकलन है, जो आगामी चुनावों के लिए एक महत्वपूर्ण संसाधन साबित होगी।

 

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