SGRRU में विश्व पर्यावरण दिवस पर पौधरोपण कर लिया पर्यावरण बचाने का संकल्प
विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय (एसजीआरआरयू) के पथरीबाग परिसर में एक विशेष पौधरोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं, अध्यापकों, और कर्मचारियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में अपना संकल्प व्यक्त किया।
पौधरोपण कार्यक्रम के अंतर्गत लीची सहित अनेक फलदार वृक्षों के पौधे रोपित किए गए। पौधों का चयन इस तरह से किया गया जिससे स्थानीय पर्यावरण को अधिकतम लाभ पहुँचाया जा सके। लीची के वृक्षों का रोपण न केवल पर्यावरण के संरक्षण के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह छात्रों को स्थानीय कृषि और जैव विविधता के महत्व को समझने का भी अवसर प्रदान करता है।
विश्वविद्यालय के प्रेसिडेंट श्रीमहंत देवेंद्र दास जी महाराज ने सभी को विश्व पर्यावरण दिवस की शुभकामनाएं दी और पर्यावरण संरक्षण के महत्व पर बल दिया। उन्होंने कहा कि हमें अपनी धरती माँ को संरक्षित रखने के लिए हर संभव प्रयास करना चाहिए और पौधरोपण एक महत्वपूर्ण कदम है।
विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. यशबीर दीवान ने इस अवसर पर विश्वविद्यालय द्वारा पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों की व्याख्या की। उन्होंने बताया कि एसजीआरआरयू न केवल शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी है, बल्कि पर्यावरण संरक्षण के लिए भी प्रतिबद्ध है। विश्वविद्यालय नियमित रूप से विभिन्न पर्यावरणीय गतिविधियों का आयोजन करता है और छात्रों को इस दिशा में जागरूक और प्रेरित करता है।
विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. अजय कुमार खंडड़ी ने सभी छात्र-छात्राओं, शिक्षकों और कर्मचारियों को पर्यावरण को हरा-भरा रखने की शपथ दिलाई। इस शपथ में पर्यावरण को संरक्षित रखने, पेड़ लगाने, और पर्यावरणीय मुद्दों के प्रति जागरूक रहने का संकल्प शामिल था।
इस कार्यक्रम का आयोजन विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ बेसिक एंड अप्लाइड साइंसेज, राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस), राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी), और एम अनुपम सर्व सेवा समिति के संयुक्त तत्वाधान में किया गया। इस संयुक्त प्रयास ने कार्यक्रम को और अधिक व्यापक और प्रभावी बनाया।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के प्रमुख शिक्षक और कर्मचारी उपस्थित रहे, जिनमें डॉ. अरुण कुमार, डॉ. सुमन विज, डॉ. कुमुद सकलानी, डॉ. प्रियंका बनकोटी, डॉ. मालविका कांडपाल, डॉ. पूजा जैन, डॉ. गीता रावत, डॉ. कंचन जोशी, डॉ. दीपक सोम, डॉ. अनुज रोहिला, डॉ. संजय शर्मा, और दीपक थपलियाल शामिल थे। इन सभी ने पौधरोपण में सक्रिय भागीदारी निभाई और छात्रों को प्रोत्साहित किया।
एसजीआरआरयू हमेशा से ही पर्यावरण संरक्षण की दिशा में अग्रणी रहा है। विश्वविद्यालय विभिन्न गतिविधियों और कार्यक्रमों के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दर्शाता रहा है। पौधरोपण कार्यक्रम के अलावा, विश्वविद्यालय ने कचरा प्रबंधन, जल संरक्षण, और ऊर्जा संरक्षण जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर भी कई पहल की हैं।
विश्वविद्यालय अपने पाठ्यक्रम में भी पर्यावरण शिक्षा को महत्वपूर्ण स्थान देता है। छात्रों को पर्यावरण संरक्षण के विभिन्न पहलुओं के बारे में जानकारी प्रदान की जाती है और उन्हें प्रायोगिक ज्ञान के माध्यम से इस दिशा में प्रेरित किया जाता है। विभिन्न वर्कशॉप, सेमिनार और प्रोजेक्ट्स के माध्यम से छात्रों को पर्यावरण के प्रति संवेदनशील बनाया जाता है।
एसजीआरआरयू न केवल अपने परिसर में, बल्कि आसपास के समुदायों में भी पर्यावरण संरक्षण के लिए जागरूकता फैलाता है। विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों में स्थानीय समुदाय के लोगों को भी शामिल किया जाता है ताकि सामूहिक प्रयासों से पर्यावरण संरक्षण की दिशा में सार्थक परिणाम प्राप्त किए जा सकें।