SDRF वाहिनी, जौलीग्रांट में उत्तराखण्ड पुलिस के रिक्रूट आरक्षियों की गरिमामयी पासिंग आउट परेड का हुआ आयोजन
आज दिनाँक 31 मार्च 2024 को SDRF वाहिनी मुख्यालय जॉलीग्रांट में उत्तराखंड पुलिस के नवनियुक्त रिक्रूट आरक्षियों का आधारभूत गहन प्रशिक्षण पूर्ण होने के पश्चात दीक्षान्त परेड समारोह का आयोजन किया गया। दीक्षान्त परेड के मुख्य अतिथि श्री अमित सिन्हा, अपर पुलिस महानिदेशक, प्रशासन के आगमन के उपरांत दीक्षान्त परेड के परेड कमांडर की अगुवाई में महोदय को सलामी व मान प्रणाम दिया गया। मुख्य अतिथि महोदय द्वारा मान प्रणाम ग्रहण करने के उपरांत दीक्षांत परेड का निरीक्षण किया गया।
मुख्य अतिथि श्री अमित सिन्हा, अपर पुलिस महानिदेशक, प्रशासन ने नव-प्रशिक्षित आरक्षियों को बधाई देते हुए कहा कि सभी नौकरियों में पुलिस की नौकरी सबसे अलग होती है, उन्होंने बताया कि पुलिस की वर्दी को पहनना गौरव की बात है, उन्होंने विशेष रूप से कहा कि आरक्षी पुलिस विभाग का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है जिसकी कार्यप्रणाली से पुलिस की सकारात्मक छवि देश-प्रदेश एवं समाज में प्रदर्शित होती है। उन्होंने आरक्षियों को संबोधित करते हुए कहा कि खेलकूद में प्रतिभाग कर वें अपने स्वास्थ्य को भी ठीक रख सकते है, अंत में उन्होंने कहा कि मेरा विश्वास है कि इस आधारभूत प्रशिक्षण के बाद आप पुलिस विभाग में उन तकनीकों से रूबरू होंगे और पुलिस की छवि को नए स्तर पर ले जाएंगे।
इससे पूर्व मुख्य अतिथि महोदय के परेड निरीक्षण के उपरांत परेड कमांडर आरक्षी विकास सिंह के नेतृत्व में परेड की 06 टुकड़ियों द्वारा सधे हुए कदमों, जोश व उमंग के साथ तालियों की गड़गड़ाहट के बीच मार्च पास्ट करते हुए भव्य परेड का प्रदर्शन किया गया । मार्च पास्ट के उपरांत श्री मणिकांत मिश्रा, सेनानायक, SDRF द्वारा प्रशिक्षण की प्रशासनिक रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए अवगत कराया गया कि प्रथम बार SDRF वाहिनी जौलीग्रांट में नवनियुक्त आरक्षी, नागरिक पुलिस के प्रशिक्षण का आयोजन किया गया है। उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण के दौरान रिक्रूट आरक्षी (नागरिक पुलिस) को पुलिस प्रशिक्षण की समस्त विधाओं में पारंगत किया गया है। इसके अंतर्गत ड्रिल प्रशिक्षण, यातायात नियंत्रण, भीड़ नियंत्रण, शस्त्र प्रशिक्षण, फील्ड क्राफ्ट, मैप रीडिंग, आपदा प्रबंधन के बारे में गहन अभ्यास कराया गया है। इसके साथ ही रिक्रूट आरक्षियों को सीसीटीएनएस, ड्रोन तकनीक, सीसीटीवी फुटेज एनालिसिस, फोरेंसिक साइंस एवं साइबर अपराध जैसे विषयों में तकनीकी रूप से दक्ष किया गया ।
*आरक्षी अमन बने RTC के बेस्ट कैडेट, शस्त्र प्रशिक्षण में आरक्षी सुमित सिंह रहे अव्वल*
कार्यक्रम के आगे बढ़ते हुए क्रम में मुख्य अतिथि महोदय द्वारा विभिन्न विषयों में किये गए सर्वोच्च प्रदर्शन के लिए चयनित प्रशिक्षुओं को विभिन्न पुरस्कारों से अलंकृत किया गया । ड्रिल प्रशिक्षण के लिए आरक्षी मयंक तिवारी, पुलिस प्रशिक्षण में आरक्षी प्रियांशु रहे अव्वल, वही फील्ड क्राफ्ट के लिए आरक्षी गौरव रावत, शस्त्र प्रशिक्षण के लिए आरक्षी सुमित सिंह, फायरिंग में आरक्षी अमन को पुरस्कृत किया गया । शारारिक प्रशिक्षण की परीक्षा में आरक्षी ललित मोहन, आउटडोर में आरक्षी मयंक तिवारी अव्वल रहे, इंडोर टॉपर के लिए आरक्षी मानवेंद्र शाह को चुना गया। परेड के नेत्रत्व के लिये परेड कमांडर आरक्षी विकास सिंह एवं अनुशासन के लिए आरक्षी संदीप पटवाल को सम्मानित किया गया। बेस्ट टीचर के लिए एसआई प्रेमा कांडपाल, बेस्ट ड्रिल टीचर के लिए आरक्षी अरविंद सिंह, बेस्ट पीटी टीचर के लिए आरक्षी राहुल शर्मा, मेजर मैनेजमेंट के लिए मुख्य आरक्षी विजय कोठियाल एवं सम्पूर्ण प्रशिक्षण के लिए निरीक्षक प्रशिक्षण श्री प्रमोद रावत को पुरस्कृत किया गया ।
पुलिस महानिरीक्षक, एसडीआरएफ श्रीमती रिधिम अग्रवाल द्वारा मुख्य अतिथि महोदय को अपना बहुमूल्य समय व मार्गदर्शन प्रदान करने के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया गया । उन्होंने कहा कि आपदा राहत प्रशिक्षण कार्यक्रमों के साथ साथ रिक्रूट आरक्षियों के आधारभूत प्रशिक्षण को सफलतापूर्वक संचालित कराना SDRF की टीम के लिए सम्मान का विषय है। उन्होंने प्रशिक्षण अवधि के दौरान महत्वपूर्ण कांवड़ मेला ड्यूटी में रिक्रूट आरक्षियों के द्वारा किये गये सराहनीय एवं अनुकरणीय कार्यों की सराहना की ।
इसके साथ ही उन्होंने समारोह में उपस्थित विशिष्ट अतिथिगण, महानुभावों, मीडिया बंधु इत्यादि को भी उनकी गरिमामयी उपस्थिति के लिए धन्यवाद किया। महानिरीक्षक, SDRF द्वारा रिक्रूट आरक्षियों को भव्य परेड के लिए बधाई देते हुए अग्रिम भविष्य की शुभकामनाएं दी गयी। उनके द्वारा प्रशिक्षण कार्यक्रम व दीक्षान्त समारोह को कुशलतापूर्वक संचालित करवाने के लिए सेनानायक, SDRF, क्वार्टर मास्टर व प्रशिक्षण स्टॉफ की सराहना की गई । इसी