उत्तराखंड

ऋषिकेश: हनुमान घाट पर डूबा युवक, SDRF चला रही सर्च ऑपरेशन

 

 

आज दिनांक 26 मई 2024 की प्रातः लगभग 6:30 बजे, ऋषिकेश के राम झूला से आगे स्थित हनुमान घाट पर एक दुखद घटना घटित हुई। गंगा नदी में स्नान करने के दौरान अर्जुन नामक एक युवक तेज धारा में बह गया। अर्जुन, पुत्र श्री जमन सिंह, उम्र 25 वर्ष, रघुपुरा गौतम बुद्ध नगर, उत्तर प्रदेश का निवासी था। यह हादसा तब हुआ जब अर्जुन और उसके साथी गंगा में स्नान करने पहुंचे थे।

 

घटना की सूचना मिलते ही SDRF (स्टेट डिजास्टर रिस्पांस फोर्स) की रेस्क्यू टीम तुरंत घटनास्थल पर पहुंची और सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया। SDRF के जवान अत्याधुनिक उपकरणों के साथ मौके पर पहुंचे और उन्होंने गंगा के तेज बहाव में लापता अर्जुन की खोज शुरू की। सर्च ऑपरेशन हनुमान घाट से शुरू होकर पशुलोक बैराज और भीमगौड़ा बैराज तक विस्तारित किया गया है।

 

अर्जुन, 25 वर्ष का युवक, अपने परिवार के साथ गौतम बुद्ध नगर, उत्तर प्रदेश में रहता था। वह एक उत्साही और जिंदादिल व्यक्ति था, जो अपने मित्रों और परिवार के बीच हमेशा खुशमिजाज और मददगार के रूप में जाना जाता था। अर्जुन की इस अप्रत्याशित घटना ने उसके परिवार और मित्रों को गहरे सदमे में डाल दिया है।

हनुमान घाट, जो ऋषिकेश के प्रमुख घाटों में से एक है, श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए एक प्रमुख स्थान है। यहां गंगा नदी की धारा काफी तेज होती है और स्नान के दौरान सावधानी बरतने की आवश्यकता होती है। अर्जुन की डूबने की घटना ने घाट पर सुरक्षा व्यवस्थाओं को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं।

 

 

घटना की गंभीरता को देखते हुए, स्थानीय प्रशासन ने हनुमान घाट और आस-पास के क्षेत्रों में सुरक्षा बढ़ा दी है। प्रशासन ने घाट पर स्नान करने वालों के लिए चेतावनी जारी की है और गंगा में स्नान के दौरान अत्यधिक सावधानी बरतने की अपील की है।

 

SDRF की टीम ने गंगा नदी की धारा और गहराई को ध्यान में रखते हुए सर्च ऑपरेशन चलाया। बचाव दल ने नावों और गोताखोरों की मदद से अर्जुन की खोज शुरू की। SDRF के जवानों ने बताया कि तेज धारा और गंगा की गहराई के कारण सर्च ऑपरेशन में कठिनाई हो रही है, लेकिन वे अपनी पूरी कोशिश कर रहे हैं।

 

अर्जुन के डूबने की खबर से उसके परिवार में मातम छा गया है। परिवार के सदस्य और मित्रगण ऋषिकेश पहुंचे हैं और अर्जुन के सकुशल मिलने की प्रार्थना कर रहे हैं। स्थानीय लोगों ने भी इस घटना पर दुख प्रकट किया और SDRF के अभियान में सहयोग करने की बात कही।

 

यह घटना घाटों पर सुरक्षा उपायों की आवश्यकता को दर्शाती है। प्रशासन को घाटों पर सुरक्षा कर्मियों की तैनाती, चेतावनी बोर्ड और बचाव उपकरणों की उपलब्धता सुनिश्चित करनी चाहिए। साथ ही, गंगा नदी में स्नान करने वाले लोगों को भी अपनी सुरक्षा के प्रति जागरूक रहना चाहिए और तेज धारा वाले क्षेत्रों में न जाने की सलाह दी जानी चाहिए।

 

 

अर्जुन की डूबने की घटना एक दुखद और संवेदनशील मामला है। SDRF की टीम अपने प्रयासों में जुटी है और उम्मीद है कि वे अर्जुन को जल्द ही खोज लेंगे। इस घटना ने हमें सुरक्षा के महत्व और गंगा नदी में स्नान करते समय बरती जाने वाली सावधानियों की याद दिलाई है। हम प्रार्थना करते हैं कि अर्जुन सुरक्षित मिले और उसके परिवार को इस कठिन समय में शक्ति मिले।

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