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प्रधानमंत्री मोदी का संसद में भाषण , ‘नेहरू सोचते थे, भारतीय आलसी हैं’ , पूर्व PM के पुराने बयान को लेकर पीएम मोदी ने कांग्रेस पर साधा निशाना

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर करीब 14 घंटे तक चली चर्चा का जवाब देते हुए कांग्रेस पर जबरदस्त प्रहार किये। सत्रहवीं लोकसभा में प्रधानमंत्री का यह आखिरी भाषण था। मोदी ने यह भी दावा किया कि अगले लोकसभा चुनावों में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को 400 से अधिक सीटें मिलेंगी लेकिन भाजपा को भी 370 सीटें अवश्य प्राप्त होंगी। उन्होंने कहा कि देश के लोगों को पंडित जवाहर लाल नेहरू और कांग्रेस की गलतियों की बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ी है और हम इसे सुधारने के लिये काम करते रहेंगे क्योंकि हमारे लिये ‘राष्ट्र प्रथम’ है।

क्या बोले थे नेहरु

लोकसभा में चुनावी वर्ष में खराब प्रदर्शन के लिए विपक्ष का मजाक उड़ाते हुए पीएम मोदी ने ‘विश्‍वास की कमी’ को इंगित करने के लिए कांग्रेस के दो पूर्व प्रधानमंत्रियों के बयानों का जिक्र किया। 1959 में पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के स्वतंत्रता दिवस भाषण को याद करते हुए उन्होंने कहा, “नेहरू ने लालकिले से कहा था कि भारतीयों को कड़ी मेहनत करने की आदत नहीं है। उन्होंने कहा कि हम भारतीय यूरोप, जापान, चीन, रूस और अमरीका जितनी मेहनत नहीं करते।” पीएम मोदी ने कहा, “नेहरू सोचते थे कि भारतीय आलसी होते हैं। नेहरू सोचते थे कि भारतीय आलसी और कम बुद्धिमान हैं।”

इंदिरा गांधी के भाषण का भी किया जिक्र

पीएम मोदी ने यह भी बताया कि कैसे पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने एक बार कहा था कि भारतीय कठिनाइयों और बाधाओं से भागते हैं। स्वतंत्रता दिवस पर लालकिले की प्राचीर से पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के एक उद्धरण को पढ़ते हुए उन्होंने कहा , “दुर्भाग्य से, हमारी आदत है कि जब कोई शुभ काम पूरा होने वाला होता है, तो हम लापरवाह हो जाते हैं, जब कोई कठिनाई आती है, तो हम लापरवाह हो जाते हैं। कभी-कभी ऐसा लगता है कि पूरा देश विफल हो गया है। ऐसा लगता है जैसे हमने पराजय की भावना को अपना लिया है।” एक परिवार के लिए हर चीज को प्राथमिकता देने के लिए कांग्रेस नेतृत्व की आलोचना करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि सबसे पुरानी पार्टी ने कभी भी देशवासियों और अपनी क्षमता पर भरोसा नहीं किया।

भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई जारी रहेगी

पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि 10 साल पहले संसद में घोटालों का जिक्र होता था और आज कांग्रेस भ्रष्टाचारियों के विरुद्ध कार्रवाई को लेकर बचाव कर रही है। पीएम ने भ्रष्टाचारियों का महिमा मंडन किये जाने पर गुस्सा जाहिर करते हुए कहा कि ये महिमा मंडन उनके खात्मे की चिट्ठी है। एजेंसियां स्वतंत्रता से काम कर रही हैं, जिनको जितना जुल्म करना है, कर लें। उनकी भ्रष्टाचार से लड़ाई जारी रहेगी। जिन्होंने देश को लूटा है, उन्हें लौटाना पड़ेगा।

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