Monday, November 25, 2024
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उत्तराखंड

रुड़की में कांवड़िए की दर्दनाक मौत: हाईवे पर तेज रफ्तार ट्रक ने ली एक और जान

 

उत्तराखंड के रुड़की शहर में एक दर्दनाक हादसे में राजस्थान के एक कांवड़िए की मौत हो गई। यह घटना मंगलौर कोतवाली क्षेत्र के हाईवे पर उजाला फैक्ट्री हाईवे के पास घटी। सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई इस घटना ने हर किसी को झकझोर कर रख दिया है।

आज सुबह, एक तेज रफ्तार ट्रक ने एक कांवड़िए को चपेट में ले लिया। राजस्थान के रेवाड़ी का रहने वाला यह कांवड़िया हरिद्वार से गंगाजल लेकर अपने घर जा रहा था। सीसीटीवी फुटेज में देखा जा सकता है कि कैसे यह हादसा हुआ। केंटर और डीसीएम ट्रकों की जोरदार भिड़ंत के कारण डीसीएम के नीचे दबने से कांवड़िए की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि एक अन्य व्यक्ति घायल हो गया।

हादसे के तुरंत बाद, केंटर और डीसीएम के चालक मौके से फरार हो गए। मौके पर पहुँची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सरकारी अस्पताल भेज दिया। घायल व्यक्ति को भी इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

पुलिस ने घटना स्थल पर पहुंचकर मामले की जांच शुरू कर दी है। सीसीटीवी फुटेज को कब्जे में लेकर पुलिस हादसे के कारणों का पता लगाने में जुट गई है। प्रथम दृष्टया यह मामला तेज रफ्तार और लापरवाही से वाहन चलाने का लग रहा है। पुलिस अब फरार चालकों की तलाश में जुटी है और जल्द ही उन्हें गिरफ्तार करने का दावा कर रही है।

हादसे की खबर सुनकर कांवड़िए के परिवार में मातम छा गया है। राजस्थान के रेवाड़ी से आए इस कांवड़िए का परिवार सदमे में है। हरिद्वार से गंगाजल लाने के पवित्र उद्देश्य से निकला यह व्यक्ति अब कभी अपने घर नहीं लौट पाएगा। परिवार ने न्याय की मांग करते हुए दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्यवाही की अपील की है।

इस हादसे ने एक बार फिर से सड़क सुरक्षा और ट्रैफिक नियमों के पालन की आवश्यकता को उजागर कर दिया है। कांवड़ यात्रा के दौरान हजारों श्रद्धालु सड़कों पर निकलते हैं, जिससे ट्रैफिक की समस्या उत्पन्न होती है। प्रशासन को सड़क सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने की आवश्यकता है ताकि इस प्रकार की दुखद घटनाओं को रोका जा सके।

रुड़की में हुए इस हादसे ने एक बार फिर से हमें यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि हम सड़क सुरक्षा और ट्रैफिक नियमों का पालन कितनी गंभीरता से कर रहे हैं। हर साल कांवड़ यात्रा के दौरान कई श्रद्धालु अपनी जान गंवा देते हैं, जो कि बहुत दुखद है। प्रशासन, पुलिस और नागरिकों को मिलकर इस समस्या का समाधान निकालना होगा ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाएं न हो सकें।

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