उत्तराखंड

17 साल बाद कैद में आया कलियर दरगाह शरीफ का फरार लेखाकार

 

 

एसटीएफ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री आयुष अग्रवाल की कुशल नेतृत्व और एसटीएफ की रणनीतिक कार्यवाही ने एक बार फिर से साबित कर दिया है कि पुलिसिंग में आधुनिक तकनीक और मैनुअल पुलिसिंग का संयोजन कितना प्रभावी हो सकता है। दरअसल, 17 साल से फरार चल रहे 25 हजार के ईनामी अपराधी जमाल खान को एसटीएफ ने गिरफ़्तार कर लिया है। यह अपराधी दरगाह शरीफ पिरान कलियर के दस्तावेजों में हेराफेरी कर सवा करोड़ रुपये का गबन कर फरार हो गया था।

 

एसटीएफ के इस उल्लेखनीय अभियान में मैनुअल पुलिसिंग और आधुनिक तकनीक का मिश्रण स्पष्ट रूप से दिखता है। 2007 से फरार चल रहे अपराधी जमाल खान की गिरफ़्तारी के लिए एसटीएफ ने विशेष दिशा निर्देश जारी किए थे। इन निर्देशों के तहत, टीमों को केवल तकनीकी साधनों पर निर्भर न रहकर मैनुअल पुलिसिंग पर भी फोकस करने की सलाह दी गई थी। इसके परिणामस्वरूप, उत्तराखंड एसटीएफ ने अपराधियों की गिरफ़्तारी में महत्वपूर्ण सफलताएँ प्राप्त की हैं।

 

2007 में, जमाल खान ने दरगाह शरीफ पिरान कलियर के दस्तावेजों में हेराफेरी कर सवा करोड़ रुपये का गबन किया था। इस अपराध के लिए उसके खिलाफ थाना रुड़की जनपद हरिद्वार में मु0अ0स0 355/2007 धारा 409 भादवि का अभियोग पंजीकृत किया गया था। इसके बाद से ही वह फरार चल रहा था। हरिद्वार के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने उसकी गिरफ़्तारी पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था।

 

एसटीएफ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री आयुष अग्रवाल ने बताया कि फरार अपराधियों की गिरफ़्तारी के लिए विशेष रणनीति बनाई गई है। इसी रणनीति के तहत, जमाल खान की गिरफ़्तारी के लिए भी मैनुअल और तकनीकी जानकारी का समन्वय किया गया। 15 जुलाई 2024 को, उत्तराखंड एसटीएफ ने गोपनीय सूचना के आधार पर जमाल खान को थाना गंज क्षेत्र, जिला रामपुर, उत्तर प्रदेश से गिरफ़्तार किया। गिरफ्तार अपराधी को तुरंत थाना कोतवाली रूड़की में दाखिल किया गया।

 गिरफ़्तार अभियुक्त की जानकारी

1. जमाल खान पुत्र अफजल खान, निवासी बजोड़ी टोली, थाना गंज, जिला रामपुर, उत्तर प्रदेश

 

इस अभियान में एसटीएफ टीम की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। टीम के सदस्यों ने मैनुअल और तकनीकी जानकारी का कुशलता से उपयोग किया और फरार अपराधी को गिरफ़्तार करने में सफलता प्राप्त की। एसटीएफ टीम के प्रमुख सदस्य इस प्रकार हैं:

1. इंस्पेक्टर अबुल कलाम
2. उ0नि0 यादवेंद्र बाजवा
3. उ0नि0 विद्या दत्त जोशी
4. अ0उ0नि0 संजय मल्होत्रा
5. हे0कानि0 संजय कुमार
6. हे0कानि0 महेन्दर नेगी
7. हे0कानि0 बृजेंद्र चैहान
8. कानि0 मोहन असवाल
9. कानि0 अर्जुन सिंह

 

गिरफ्तारी में कोतवाली रुड़की टीम ने भी महत्वपूर्ण योगदान दिया। टीम के प्रमुख सदस्य उ0नि0 अकरम अहमद के नेतृत्व में अपराधी को हिरासत में लिया गया।

 

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