उत्तराखंड

 नशेड़ी कार चालक की करतूत: कार की टक्कर से एक गाय की मौत, छह घायल

 

बनभूलपुरा क्षेत्र में एक नशेड़ी कार चालक द्वारा किए गए कृत्य ने स्थानीय निवासियों और गौरक्षकों में आक्रोश उत्पन्न कर दिया है। घटना बुधवार रात की है जब पीलीकोठी निवासी प्रियांशु वर्मा ने नशे की हालत में तेज रफ्तार से कार चलाते हुए मवेशियों के एक झुंड को जोरदार टक्कर मारी, जिससे एक गाय की मौके पर ही मौत हो गई और छह से अधिक मवेशी घायल हो गए। इस दुर्घटना में लग्जरी कार भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई।

 

पुलिस के अनुसार, प्रियांशु वर्मा अपने दोस्तों के साथ कार में सवार था और इन सभी ने अत्यधिक शराब पी रखी थी। इनके पास एक ऑल्टो और दूसरी लग्जरी कार थी। रात करीब दो बजे, ये लोग रोडवेज बस अड्डे के पीछे पान खाने पहुंचे। इस दौरान प्रियांशु ऑल्टो कार से उतर कर अपने दोस्त की लग्जरी कार का ट्रायल लेने निकला। तेज गति से कार लेकर निकलते हुए प्रियांशु ने रेलवे बाजार में बेसहारा गौवंश के झुंड को अपनी चपेट में ले लिया।

 

पूरी घटना कई सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गई। फुटेज में साफ दिख रहा है कि कार की जोरदार टक्कर से कई गौवंशीय पशु कई फीट दूर जाकर गिरे। इस भयानक टक्कर से एक गौवंश की मौके पर ही मौत हो गई जबकि छह से अधिक मवेशी घायल हो गए। कार भी इस दुर्घटना में बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई।

 

घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय निवासी और गौरक्षक जोगेंद्र राणा, दीपांशु पोखरिया, सूजल चौधरी और सुरेश बिष्ट तुरंत बनभूलपुरा थाना पहुंचे। उन्होंने थानाध्यक्ष को कड़ी कार्रवाई के लिए प्रार्थना पत्र सौंपा। गौरक्षकों का कहना था कि ऐसे नशेड़ी चालकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।

 

बनभूलपुरा थानाध्यक्ष नीरज भाकुनी ने बताया कि आरोपी प्रियांशु वर्मा को घटना की रात ही गिरफ्तार कर लिया गया है और उसके खिलाफ पशु क्रूरता के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। मृत गौवंश का पोस्टमार्टम करने के बाद उसे दफना दिया गया है। थानाध्यक्ष ने यह भी बताया कि सीसीटीवी फुटेज के आधार पर अन्य आवश्यक जांच-पड़ताल की जा रही है।

 

यह घटना एक बार फिर यह दर्शाती है कि शराब के नशे में वाहन चलाना कितना घातक हो सकता है। न केवल यह चालक की जान के लिए खतरनाक है, बल्कि इससे अन्य निर्दोष जीवों की जान भी जा सकती है। शराब के नशे में तेज रफ्तार से वाहन चलाना एक गंभीर अपराध है और इसके लिए सख्त कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए।

 

घटना के बाद स्थानीय निवासियों ने भी इस बात पर जोर दिया कि नशे में वाहन चलाने वालों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाने चाहिए। इसके लिए पुलिस और प्रशासन को सतर्क रहना चाहिए और नियमित रूप से चेकिंग अभियान चलाना चाहिए। साथ ही, लोगों को भी जागरूक करना जरूरी है कि वे नशे की हालत में वाहन न चलाएं और दूसरों की जान को खतरे में न डालें।

 

यह घटना न केवल मवेशियों की जान लेने वाली एक दर्दनाक घटना है, बल्कि यह एक गंभीर सामाजिक समस्या की ओर भी संकेत करती है। शराब के नशे में वाहन चलाने के खिलाफ सख्त कदम उठाना और लोगों को इसके खतरों के प्रति जागरूक करना आज की जरूरत है। पुलिस और प्रशासन को इस दिशा में तत्परता से कार्य करना चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।

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