नशा तस्करों के विरुद्ध दून पुलिस की बड़ी कार्यवाही
दून पुलिस ने नशा तस्करों के विरुद्ध एक बड़ी कार्यवाही को अंजाम दिया है, जिसमें भारी मात्रा में अवैध मादक पदार्थों के साथ दो नशा तस्करों को गिरफ्तार किया गया है। अभियुक्तों के कब्जे से लगभग डेढ़ किलोग्राम (1.497 किलोग्राम) चरस बरामद की गई है, जिसकी अनुमानित कीमत तीन लाख रुपये बताई जा रही है। तस्करी में प्रयुक्त वाहन को भी पुलिस ने सीज कर दिया है।
माननीय मुख्यमंत्री उत्तराखंड के “ड्रग फ्री देवभूमि 2025” के विजन को साकार करने के लिए, एसएसपी देहरादून द्वारा सभी अधीनस्थों को अपने-अपने क्षेत्रों में अवैध मादक पदार्थों की तस्करी और नशे के कारोबार में लिप्त अभियुक्तों के विरुद्ध कठोर कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए हैं। इस अभियान का उद्देश्य उत्तराखंड को नशा मुक्त बनाना है और युवाओं को नशे की लत से दूर रखना है।
एसएसपी देहरादून के निर्देशों के अनुपालन में, थाना सहसपुर पुलिस ने ANTF (Anti Narcotics Task Force) टीम के साथ मिलकर आज 26 जून 2024 को चेकिंग के दौरान सिंघनीवाला तिराहे से सभावाला की ओर जा रही एक कार (संख्या UP15DE-6393) से दो अभियुक्तों को गिरफ्तार किया। कार से कुल 1.497 किलोग्राम अवैध चरस बरामद हुई। अभियुक्तों के विरुद्ध थाना सहसपुर में एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है।
गिरफ्तार किए गए अभियुक्तों की पहचान सचिन त्यागी और मौ. नावेद के रूप में हुई है। सचिन त्यागी (उम्र 28 वर्ष) निवासी ग्राम नांवला, थाना मंसूरपुर, जिला मुजफ्फरनगर, उत्तर प्रदेश से 776 ग्राम चरस बरामद हुई। वहीं मौ. नावेद (उम्र 24 वर्ष) निवासी इन्द्रा कॉलोनी, मुजफ्फरनगर, नियर बर्फखाना, थाना सिविल लाईन, जिला मुजफ्फरनगर, उत्तर प्रदेश से 721 ग्राम चरस बरामद की गई।
पूछताछ में अभियुक्तों ने बताया कि वे अपने साथी रोहित आर्य के साथ बागेश्वर से एक युवक से चरस खरीद कर देहरादून में बेचने के लिए लाए थे। यह गिरफ्तारी पुलिस की तत्परता और सतर्कता का परिणाम है, जिससे नशे के कारोबार पर एक बड़ा प्रहार हुआ है।
इस पूरी कार्यवाही में क्षेत्राधिकारी विकासनगर भाष्कर लाल शाह, प्र0नि0 मुकेश त्यागी, उ0नि0 अमित कुमार, उ0नि0 दीपक मैठाणी (ANTF), का0 मोहित कुमार (ANTF), और का0 प्रमोद कुमार ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनकी तत्परता और सहयोग से ही यह बड़ी सफलता प्राप्त हो सकी है।
दून पुलिस की यह कार्यवाही न केवल नशा तस्करों के खिलाफ एक महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि यह समाज में नशे के खिलाफ जागरूकता फैलाने और इसे खत्म करने की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण प्रयास है। पुलिस की इस सफलता से स्पष्ट होता है कि नशे के खिलाफ लड़ाई में कानून प्रवर्तन एजेंसियां पूरी तरह से तत्पर और सक्षम हैं।
राज्य सरकार और पुलिस विभाग मिलकर नशे के कारोबार को जड़ से खत्म करने के लिए निरंतर प्रयासरत हैं। आने वाले समय में और भी कठोर कदम उठाए जाएंगे ताकि उत्तराखंड को नशा मुक्त बनाया जा सके। मुख्यमंत्री और एसएसपी देहरादून का यह विजन *”ड्रग फ्री देवभूमि 2025″* को साकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है, जो युवाओं और समाज के भले के लिए समर्पित है।
इस बड़ी कार्यवाही से स्पष्ट होता है कि राज्य सरकार और पुलिस विभाग नशे के खिलाफ लड़ाई में पूरी तरह से दृढ़ हैं। यह न केवल तस्करों के लिए एक कड़ा संदेश है, बल्कि समाज को भी यह विश्वास दिलाता है कि पुलिस विभाग उनके कल्याण और सुरक्षा के लिए निरंतर प्रयासरत है।