बिछडों को अपनो से मिलाकर दून पुलिस ने फिर लौटाई एक परिवार की खुशियां।
दिनांक 16 को समय करीब 19 : 30 बजे स्थानीय ग्रामीणों द्वारा कालसी पुलिस को सूचना दी गई कि पुरानी कालसी पल्लवी गैस एजेंसी के पास एक महिला अपनी 03 साल की मासूम बेटी के साथ परेशानी की हालत में घूम रही है। सूचना पर थाना कालसी से तत्काल महिला पुलिसकर्मी के साथ चीता पुलिस कर्मियों को मौके पर भेजा गया, जहां उन्हें एक महिला अपनी लगभग 03 साल की अबोध बालिका के साथ परेशानी की हालत में घूमती हुई मिली।
महिला पुलिसकर्मी द्वारा उक्त महिला को विश्वास में लेते हुए स्नेहपूर्वक उससे पूछताछ की गई तो महिला द्वारा सिर्फ इतना बताया गया कि वो अपनी बहन से मिलने डाकपत्थर आई थी, किन्तु रास्ता भूल जाने के कारण वो कालसी पहुंच गई। इसके अलावा महिला अपने तथा अपने परिजनों के विषय में और कुछ नहीं बता पा रही थी, जिस पर महिला पुलिस कर्मी के साथ सरकारी वाहन से उक्त महिला व उसकी पुत्री को डाकपत्थर क्षेत्र में ले जाया गया किन्तु महिला वहां भी अपनी बहन के घर का पता नहीं बता पाई, जिसके उपरान्त महिला को वापस थाना कालसी लाया गया, जहां रात होने के कारण महिला पुलिसकर्मी की निगरानी में महिला तथा उसकी बच्ची के रूकने का पुलिस द्वारा प्रबन्ध किया गया।
महिला की तलाशी में महिला के बैग से एक जल संस्थान उत्तराखण्ड का पहचान पत्र प्राप्त हुआ, जिस पर रानीपुर हरिद्वार निवासी एक व्यक्ति का नाम लिखा हुआ था। हरिद्वार कन्ट्रोल रूम से सम्पर्क स्थापित कर उक्त व्यक्ति के विषय में जानकारी करने का प्रयास किया गया, जहां से रानीपुर के पार्षद द्वारा एक व्यक्ति का मोबाइल नम्बर उपलब्ध कराया गया, जिससे जानकारी करने पर ज्ञात हुआ कि उक्त महिला उस व्यक्ति की पत्नी है तथा वो अपनी बहन के घर डाकपत्थर गई थी, जिससे परिवारजनो द्वारा सम्पर्क करने का प्रयास किया जा रहा था किन्तु सम्पर्क स्थापित न होने के कारण महिला तथा अबोध बालिका की सुरक्षा को लेकर सभी परिवारजन अत्यधिक चिंतित थे। दून पुलिस की संवेदनशीलता एंव त्वरित कार्यवाही से उक्त महिला तथा उसकी अबोध बालिका को आज दिनांक: 17-07-24 को महिला के पति को थाना कालसी पर बुलाकर सकुशल उनके सुपुर्द किया गया। अपनी पत्नी तथा बालिका के सकुशल बरामद होने पर उक्त व्यक्ति द्वारा दून पुलिस की कार्य शैली की प्रसंशा करते हुए आभार व्यक्त किया गया।