श्रीराम कथा में हरिद्वार में काबीना मंत्री गणेश जोशी का आशीर्वाद ग्रहण
हरिद्वार, 11 जून: धार्मिक और आध्यात्मिक आयोजनों का केंद्र रहे हरिद्वार में आज एक विशेष अवसर पर काबीना मंत्री गणेश जोशी ने प्रतिभाग किया। 7 जून से 15 जून तक आयोजित होने वाली श्रीराम कथा के अंतर्गत मंत्री गणेश जोशी ने हरिद्वार के कनखल स्थित राजघाट पर प्राचीन राधाकृष्ण मंदिर के प्रांगण में शिरकत की। इस अवसर पर उन्होंने पद्मविभूषण तुलसीपीठाधीश्वर जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य महाराज का आशीर्वाद प्राप्त किया।
श्रीराम कथा, भारतीय संस्कृति और धार्मिक परंपराओं का एक महत्वपूर्ण अंग है। हरिद्वार, जो कि सदियों से एक पवित्र धार्मिक स्थल रहा है, ने इस बार भी एक महान धार्मिक आयोजन की मेजबानी की। श्रीराम कथा का आयोजन 7 जून से शुरू होकर 15 जून तक चलने वाला है, जिसमें प्रतिदिन हजारों भक्त भाग ले रहे हैं। इस कथा का उद्देश्य भगवान श्रीराम के जीवन और उनके आदर्शों को जनसामान्य तक पहुंचाना है।
मंत्री गणेश जोशी के इस आयोजन में शामिल होने का मुख्य आकर्षण था जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य महाराज का सानिध्य। स्वामी रामभद्राचार्य, जो तुलसीपीठाधीश्वर के रूप में जाने जाते हैं, एक महान संत और विद्वान हैं। उन्होंने अपने मुखारबिंद से श्रीराम कथा का श्रवण करवाया और उपस्थित जनसमुदाय को धर्म और आध्यात्म के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित किया। मंत्री गणेश जोशी ने इस मौके पर स्वामी रामभद्राचार्य महाराज का आशीर्वाद प्राप्त किया और उनके प्रवचनों को सुनकर आशीर्वादित महसूस किया।
इस धार्मिक आयोजन में कई महत्वपूर्ण व्यक्तियों ने हिस्सा लिया और आयोजन को सफल बनाने में अपना योगदान दिया। आयोजक प्रशांत शर्मा, अचिन अग्रवाल, समिति के वरिष्ठ सदस्य नितिन माना, सुनील अग्रवाल गुड्डू, अखिलेश बिट्टू शिवपुरी, नमित गोयल, गगन गुप्ता, गौरव गुप्ता आदि ने इस आयोजन को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनके समर्पण और कठिन परिश्रम से यह आयोजन सफलतापूर्वक चल रहा है।
मंत्री गणेश जोशी ने इस अवसर पर अपने वक्तव्य में कहा, “हरिद्वार जैसे पवित्र स्थल पर आकर और श्रीराम कथा का श्रवण कर मैं स्वयं को धन्य मानता हूँ। स्वामी रामभद्राचार्य महाराज का आशीर्वाद प्राप्त करना मेरे लिए सौभाग्य की बात है। इस प्रकार के धार्मिक आयोजन हमारे समाज में सद्भावना और नैतिक मूल्यों को प्रोत्साहित करते हैं।”
धार्मिक आयोजनों का हमारे समाज में विशेष महत्व है। ये आयोजन न केवल आध्यात्मिक ज्ञान का प्रसार करते हैं, बल्कि समाज में शांति और सद्भाव का संदेश भी फैलाते हैं। श्रीराम कथा जैसे आयोजन लोगों को धर्म, सत्य, और अहिंसा के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करते हैं। इससे समाज में सकारात्मक ऊर्जा और नैतिक मूल्यों का विकास होता है।