उत्तराखंड

भारतीय मानक ब्यूरो ने देहरादून में आयोजित किया इंडस्ट्री सेंसिटाजेशन मीट, उद्योगों को दी गई नए गुणवत्ता नियंत्रण आदेश की जानकारी

 

भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) ने देहरादून में एक इंडस्ट्री सेंसिटाइजेशन मीट का आयोजन किया, जिसका उद्देश्य उद्योगों को नए गुणवत्ता नियंत्रण आदेश (क्वालिटी कंट्रोल ऑर्डर्स) के बारे में जागरूक करना था। इस मीट का आयोजन गुरुवार को उत्तराखंड राज्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद, देहरादून के क्षेत्रीय विज्ञान केंद्र में किया गया।

इस कार्यक्रम का उद्घाटन सौरभ तिवारी, प्रमुख भारतीय मानक ब्यूरो, द्वारा किया गया। उन्होंने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए कार्यक्रम के उद्देश्य और महत्व के बारे में विस्तार से बताया। भारतीय मानक ब्यूरो, भारत सरकार के उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्रालय के अधीन कार्यरत एक स्वायत्तशासी निकाय है, जो उत्पाद प्रमाणन योजना के अंतर्गत आई.एस.आई.मार्क, हॉलमार्किंग योजना के तहत हॉलमार्क और इसी प्रकार के अन्य प्रमाणन योजनाओं का संचालन करता है। इसका उद्देश्य देश में उत्पादों की गुणवत्ता और मानकीकरण को सुनिश्चित करना है।

इस कार्यक्रम के दौरान वैज्ञानिक श्याम कुमार ने भारतीय मानक ब्यूरो की विभिन्न गतिविधियों और कार्यों के बारे में एक प्रस्तुतिकरण दिया। उन्होंने बताया कि बीआईएस किस प्रकार विभिन्न उत्पादों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए मानकों का निर्धारण और पालन कराता है। इसके साथ ही, सचिन चौधरी, वैज्ञानिक सी, ने नए गुणवत्ता नियंत्रण आदेश और बीआईएस के ऑनलाइन सेवा पोर्टल के बारे में विस्तृत जानकारी दी।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि, अंजनी रावत नेगी, जनरल मैनेजर, जिला उद्योग केंद्र, देहरादून, ने भारतीय मानक ब्यूरो की गतिविधियों और कार्यों की सराहना की। उन्होंने अपने संबोधन में उद्योगों को गुणवत्ता और मानकीकरण के महत्व को समझाते हुए बताया कि किस प्रकार से ये पहल उद्योगों को बेहतर उत्पाद निर्माण और उपभोक्ताओं को उच्च गुणवत्ता वाले उत्पाद प्राप्त करने में सहायक होती है।

इस कार्यक्रम में लगभग 70 उद्योग प्रतिभागियों ने भाग लिया। सभी लाइसेंस धारकों ने भारतीय मानक ब्यूरो की ओर से आयोजित इस इंडस्ट्री मीट को बहुत लाभकारी बताया। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम उद्योगों को नए मानकों और आदेशों के बारे में जागरूक करते हैं और उन्हें अपनी प्रक्रियाओं में सुधार करने में मदद करते हैं।

बीआईएस के इस पहल का उद्देश्य उद्योगों को गुणवत्ता नियंत्रण आदेशों के प्रति संवेदनशील बनाना और उन्हें अपने उत्पादों की गुणवत्ता में सुधार के लिए प्रेरित करना है। इस प्रकार के कार्यक्रम से उद्योगों को न केवल नए मानकों और आदेशों की जानकारी मिलती है बल्कि उन्हें अपनी उत्पादन प्रक्रियाओं में आवश्यक बदलाव करने के लिए भी प्रोत्साहन मिलता है।

भारतीय मानक ब्यूरो का यह कदम निस्संदेह उद्योगों और उपभोक्ताओं दोनों के

लिए महत्वपूर्ण है। गुणवत्ता नियंत्रण के ये आदेश सुनिश्चित करते हैं कि बाजार में उपलब्ध सभी उत्पाद उच्च मानकों पर खरे उतरें और उपभोक्ताओं को बेहतरीन गुणवत्ता प्राप्त हो। इस प्रकार के कार्यक्रम से न केवल उद्योगों को अपने उत्पादों की गुणवत्ता बढ़ाने का मार्गदर्शन मिलता है, बल्कि उन्हें नए तकनीकी और प्रबंधकीय प्रक्रियाओं से भी अवगत कराया जाता है, जो उनकी उत्पादन क्षमता और कुशलता में सुधार करते हैं।

कार्यक्रम में भाग लेने वाले उद्योग प्रतिनिधियों ने इस आयोजन की प्रशंसा की और इसे अपने व्यवसाय के लिए अत्यंत लाभकारी बताया। उन्होंने बताया कि भारतीय मानक ब्यूरो द्वारा दी गई जानकारी और सुझावों से उन्हें अपने उत्पादों की गुणवत्ता और मानकों के पालन में सुधार करने में महत्वपूर्ण मदद मिलेगी। कई प्रतिनिधियों ने यह भी उल्लेख किया कि इस प्रकार के सेंसिटाइजेशन प्रोग्राम उद्योगों और बीआईएस के बीच एक मजबूत और सहयोगी संबंध स्थापित करने में सहायक होते हैं, जिससे गुणवत्ता और मानकीकरण के क्षेत्र में लगातार सुधार होता है।

इस आयोजन के दौरान बीआईएस के ऑनलाइन सेवा पोर्टल की भी विस्तृत जानकारी दी गई, जिससे उद्योग प्रतिनिधियों को अपने लाइसेंस और प्रमाणपत्रों को प्रबंधित करने में आसानी होगी। इस पोर्टल के माध्यम से उद्योग अपने दस्तावेजों की स्थिति की जांच कर सकते हैं, नए लाइसेंस के लिए आवेदन कर सकते हैं और अपने उत्पादों की गुणवत्ता रिपोर्ट भी प्राप्त कर सकते हैं। इससे बीआईएस की सेवाओं की पारदर्शिता और दक्षता में सुधार होगा, जो उद्योगों के लिए बेहद लाभकारी साबित होगा।

इस इंडस्ट्री सेंसिटाइजेशन मीट के सफल आयोजन ने यह साबित किया कि भारतीय मानक ब्यूरो निरंतर प्रयासरत है कि देश में उत्पादों की गुणवत्ता और मानकों का स्तर ऊंचा उठे। इस प्रकार के कार्यक्रम न केवल उद्योगों को जागरूक करते हैं बल्कि उन्हें वैश्विक मानकों के अनुरूप अपने उत्पादों को बनाने के लिए भी प्रेरित करते हैं। इससे न केवल घरेलू बाजार में बल्कि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में भी भारतीय उत्पादों की प्रतिस्पर्धात्मकता बढ़ेगी।

इस प्रकार के इंडस्ट्री सेंसिटाइजेशन प्रोग्राम से स्पष्ट होता है कि भारतीय मानक ब्यूरो उद्योगों के साथ मिलकर काम करने के लिए प्रतिबद्ध है ताकि उपभोक्ताओं को उच्च गुणवत्ता वाले उत्पाद उपलब्ध हो सकें और भारतीय उद्योग अंतर्राष्ट्रीय बाजार में अपनी साख बना सकें। इस कार्यक्रम की सफलता ने एक बार फिर सिद्ध कर दिया कि गुणवत्ता और मानकीकरण के प्रति जागरूकता और सही दिशा-निर्देश उद्योगों की प्रगति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

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