केदारनाथ धाम दर्शन को पहु़चे बालीवुड फेम गायक सोनू निगम
श्री केदारनाथ धाम: 26 जून। जाने माने बालीवुड गायक सोनू निगम ने आज प्रात: भगवान केदारनाथ के दर्शन किये।
सोनू निगम आज प्रात: सवा सात बजे हैलीकाप्टर से श्री केदारनाथ धाम पहुंचे हैलीपेड पर तीर्थयात्रियों तथा उनके प्रशंसक बड़ी संख्या में उन्हें देखने तथा बातचीत को उत्सुक दिखे। बाद में कई प्रशंसकों ने उनके साथ फोटो खिंचवाये वहीं हैली पैड पर मंदिर समिति तथा तीर्थपुरोहित समाज ने उनका स्वागत किया। उनके साथ पारिवारिक जन भी केदारनाथ दर्शन को पहुंचे थे।
हैलीपेड से पैदल वह श्री केदारनाथ मंदिर आये बाहर से प्रणाम किया तत्पश्चात यात्रियों के साथ ही मंदिर में प्रवेश किया भगवान शिव की अराधना की तथा जलाभिषेक किया। मंदिर प्रांगण में मंदिर समिति प्रभारी अधिकारी/ अधिशासी अभियंता अनिल ध्यानी ने बालीवुड हस्ती को भगवान केदारनाथ का प्रसाद भेंट किया तथा उनका स्वागत किया।
बीकेटीसी मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने अवगत कराया कि श्री केदारनाथ मंदिर में दर्शन के बाद सुप्रसिद्ध गायक सोनू निगम अविभूत दिखे जब उनसे पूछा गया कि वह अचानक भगवान केदारनाथ के दर्शन को आ गये उन्होंने कहा यही समझो “संदेशे आते है ” अर्थात उन्हें भगवान केदारनाथ का बुलावा आया था। वह ईश्वर के प्रति सदा कृतज्ञ रहे हैं।
कहा वह साथ ही अपने संघर्ष के बुरे- भले दिनों को तथा उस समय के सहयोगियों को हमेशा याद रखते है जिन्होंने मुंबई में बुरे दौर में उनको संभाला। जब वह अपने पिता के साथ शादियों में स्टेज पर गाते थे।
उनके संदेशे आते है कहते तीर्थयात्री समझ गये कि उनका इशारा उनके गाये प्रसिद्ध गाने की तरफ भी है उल्लैखनीय है कि बार्डर फिल्म में ” संदेशे आते है हमें तड़पाते है जो चिठ्ठी आती है पूछे जाती है कि घर कब आओगे ” गाने को गाकर सोनू निगम को देश विदेश में उनके प्रशंसकों ने सर आंखों पर बिठा दिया था।
आज 27 वर्ष बाद भी यह गाना लोक प्रियता के पहले पायदान पर है तथा यह गाना पत्थर दिल को भी भावुक कर देता है।
सोनू निगम ने देश की सभी भाषाओं में गाने गाये, माता रानी के जागरण भजन को भी ख्याति मिली हिंदी,पंजाबी, उड़िया,तमिल, बंगाली हो या मराठी गाने गाये है।
आज इस अवसर पर प्रभारी अधिकारी/ अधिशासी अभियंता अनिल ध्यानी सहित पुजारी शिवशंकर लिंग केदारसभा अध्यक्ष राजकुमार तिवारी सहित वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी यदुवीर, वेदपाठी स्वयंबर सेमवाल पुष्पवान,लोकेंद्र रिवाड़ी, अरविंद शुक्ला, पारेश्वर त्रिवेदी, ललित त्रिवेदी आदि मौजूद रहे।