Bharat News:- जम्मू-कश्मीर: किश्तवाड़ में सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच गोलीबारी, अनंतनाग में सर्च ऑपरेशन जारी।
श्रीनगर:
जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ पुलिस स्टेशन के इलाके में आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच थोड़ी देर के लिए गोलीबारी हुई. तलाशी अभियान जारी है. इस बीच अनंतनाग जिले के कोकरनाग के अहलान गदूल में सुरक्षा बलों ने बड़े पैमाने पर सर्च ऑपरेशन चलाया. यहां शनिवार को सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ हुई थी जिसमें दो जवान शहीद हो गए जबकि दो अन्य घायल हो गए.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जवानों की शहादत पर दुख जताया. उन्होंने सोशल मीडिया पर कहा,’अनंतनाग के कोकरनाग में आतंकवाद विरोधी अभियान में हमारे बहादुर और निडर भारतीय सेना के जवानों की शहादत पर गहरा दुख हुआ. शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना. इस दुख की घड़ी में राष्ट्र उनके साथ मजबूती से खड़ा है.’
सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने शहीद हुए जवानों के बलिदान को सलाम किया. उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा, ‘भारतीय सेना के सभी रैंक के जवान बहादुर हवलदार दीपक कुमार यादव और लेफ्टिनेंट कमांडर प्रवीण शर्मा के सर्वोच्च बलिदान को सलाम करते हैं, जिन्होंने जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में कर्तव्य निभाते हुए अपने प्राणों की आहुति दी. भारतीय सेना गहरी संवेदना व्यक्त करती है और इस दुख की घड़ी में शोक संतप्त परिवारों के साथ खड़ी है.’
राष्ट्रीय राइफल्स और जम्मू- कश्मीर पुलिस ने दक्षिण कश्मीर के किश्तवाड़ रेंज के कापरान गरोल इलाके में आतंकवादियों के घुसपैठ की खुफिया रिपोर्ट के बाद एक अभियान शुरू किया है. अधिकारियों के अनुसार 9 और 10 अगस्त की रात को शुरू हुए इस अभियान का लक्ष्य ऐसे आतंकवादी हैं जो डोडा क्षेत्र में हाल की घटनाओं के लिए जिम्मेदार माने जाते हैं.
श्रीनगर में सेना की ओर से एक बयान में कहा गया कि 05 अगस्त 2024 को मानव और इलेक्ट्रॉनिक साधनों के माध्यम से पहले ही पुष्टि हो चुकी थी कि 24 जुलाई को डोडा क्षेत्र में अत्याचारों और घटनाओं के लिए जिम्मेदार आतंकवादी किश्तवाड़ रेंज को पार करके दक्षिण कश्मीर के कापरान गरोल क्षेत्र में घुस आए थे. राष्ट्रीय राइफल्स और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने लगातार इन आतंकवादियों पर नजर रखी और 09 और 10 अगस्त 2024 की रात को कापरान के पूर्व में पहाड़ों में सटीक अभियान शुरू किया गया, जहां कथित तौर पर ये आतंकवादी छिपे हुए थे.
बयान के अनुसार 10 अगस्त को दोपहर दो बजे के करीब संदिग्ध गतिविधि देखी गई और चुनौती देने पर आतंकवादियों ने तुरंत अंधाधुंध गोलीबारी की. इसमें दो सैन्यकर्मी और आसपास के दो नागरिक घायल हो गए. घायल नागरिकों के आतंकी इतिहास का पता लगाया जा रहा है. ने कहा, ‘यह क्षेत्र 10,000 फीट से अधिक ऊंचाई पर है और यहां घने जंगल, बड़े-बड़े पत्थर, नाले और अन्य रास्ते हैं, जो ऑपरेशन के लिए गंभीर चुनौती है. सुरक्षा बल सोच-समझकर आगे बढ़ रहे हैं और आतंकवादियों को पकड़ने की कोशिश कर रहे हैं.