उत्तराखंड

Bharat News Box:- 20 साल बाद घर आए महेंद्र सिंह धोनी: एक झलक पाने के लिए बेताब दिखे गांव वाले, धोनी ने की कुल देवता की पूजा

अल्मोड़ा

उत्तराखंड में अपने पैतृक गांव पहुंचे महेंद्र सिंह धोनी, कुल देवी‌ देवताओं की पूजा अर्चना की

अल्मोड़ा : पैतृक गांव ल्वाली जैंती पहुंचे टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेन्द्र सिंह धौनी

अल्मोड़ा : इन दिनों इंडिया टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धौनी (Mahendra Singh Dhoni)अपनी पत्नी साक्षी व बेटी संग उत्तराखंड में घूम रहे हैं। वह नैनीताल के कैंची धाम भी गए ।उनके साथ उनके कई दोस्त भी हैं। मंगलवार को सुबह 11:50 बजे इंडिगो एयर की फ्लाइट से वह पंतनगर एयरपोर्ट पहुंचे थे। इसके बाद वह नैनीताल रवाना हुआ।

मीडिया रिपोर्टस के अनुसार 19 नवंबर को एमएस धौनी की पत्नी साक्षी का जन्मदिन है। माना जा रहा है कि उत्सव मनाने ही वह साक्षी संग देवभूमि उत्तराखंड आये हैं। धौनी ने अपने इंस्टाग्राम पर एक स्टोरी भी पोस्ट की है जिस पर लिखा है बर्थडे वीक।अल्मोड़ा स्थित अपने पैत्रक गांव में उन्होंने इंडिया टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धौनी ने ग्रामीणों संग फोटो भी खिंचवाई। सभी का बड़े प्रेम से अभिवादन स्वीकार किया। उनके आगमन पर ग्रामीणों में जबरदस्त उत्साह देखा गया।

भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी 20 साल बाद पत्नी साक्षी और अपने कुछ दोस्तों के साथ बुधवार को अपने पैतृक गांव ल्वाली पहुंचे। इस दौरान उनकी एक झलक पाने के लिए प्रशंसकों की भीड़ जुटी रही। धोनी ने कुल देवता समेत गांव के चार मंदिरों में पूजा अर्चना कर परिवार के कल्याण की कामना की।

टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी बुधवार को पत्नी, बेटी और दोस्तों संग अपने पैतृक गांव जैंती तहसील के ल्वाली पहुंचे। जैसे ही धोनी अपनी गाड़ी के काफिले के साथ गांव को निकले तो जगह-जगह उनकी एक झलक पाने के लिए उनके प्रशंसक बेताब दिखे।

धोनी ने पत्नी साक्षी के साथ गांव के हरज्यू देवता मंदिर में पूजा अर्चना की। इस दौरान धोनी ने गांव के लोगों से आत्मीयता से बात की। इस दौरान धोनी का भव्य स्वागत हुआ। पत्नी साक्षी ने भी गांव की महिलाओं से खूब बातचीत की। गांव की बुजुर्ग महिलाओं ने धोनी और उनकी पत्नी का पारंपरिक च्यूड़े से पूजन कर उन्हें तरक्की का आशीर्वाद दिया।

सोशल मीडिया में वायरल सूचनाओं के अनुसार महेंद्र सिंह धौनी ने परिवार संग अपने कुल देवता गुरु गोरखनाथ जी के दर्शन भी किए।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *