कोटद्वार में जाम और बिजली के खराब खंभों पर विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खण्डूडी भूषण की सख्त कारवाई
विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खण्डूडी भूषण ने कोटद्वार के नागरिकों की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए स्थानीय अधिकारियों को तत्काल कारवाई करने के निर्देश दिए हैं। उनके कार्यालय द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया कि उन्होंने कोटद्वार में जाम और बिजली के खराब खंभों के मुद्दे पर संबंधित अधिकारियों को पत्र लिखा है और उन्हें जल्द से जल्द समाधान निकालने को कहा है।
कोटद्वार शहर में बढ़ते यातायात जाम से परेशान स्थानीय निवासियों की समस्याओं को हल करने के लिए विधानसभा अध्यक्ष ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखकर यातायात व्यवस्था की स्थिति पर जवाब मांगा है। ऋतु खण्डूडी भूषण ने बताया कि सड़क पर अवैध ठेली और गाड़ी पार्किंग के कारण निरंतर जाम की स्थिति बनी रहती है। इससे स्थानीय लोगों को आवाजाही में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से इस मामले में शीघ्र ही उचित कदम उठाने और व्यवस्था बनाने को कहा ताकि लोगों को सुचारू रूप से आवाजाही करने में कोई कठिनाई न हो।
बिजली आपूर्ति की खराब स्थिति पर भी विधानसभा अध्यक्ष ने गंभीर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने विद्युत विभाग को खराब स्थिति में खड़े विद्युत पोल और ट्रांसफार्मरों की मरम्मत और सुधार के निर्देश दिए हैं। उन्होंने बताया कि कोटद्वार विधानसभा के अंतर्गत विभिन्न जगहों पर विद्युत पोल और ट्रांसफार्मर की स्थिति बहुत खराब है, जिससे हमेशा दुर्घटना का खतरा बना रहता है। उन्होंने विशेष रूप से पदमपुर से सिंबल चौड़ जाने वाले मार्ग पर खराब हो चुके विद्युत पोल और ट्रांसफार्मरों की स्थिति को रेखांकित किया।
ऋतु खण्डूडी भूषण ने कुंभीचौड़ स्थित ट्रांसफार्मर की खराब स्थिति पर भी चिंता जताई। उन्होंने बताया कि रात के समय ट्रांसफार्मर की स्थिति और ज्यादा खतरनाक हो जाती है क्योंकि ट्रांसफार्मर सही तरीके से दिखाई नहीं देते। इससे दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ जाता है। उन्होंने विद्युत विभाग को इस मामले में त्वरित कार्रवाई करने के निर्देश दिए ताकि किसी भी प्रकार की अनहोनी से बचा जा सके।
विधानसभा अध्यक्ष ने अपने निर्देशों में यह स्पष्ट किया कि जनता की सुरक्षा और सुविधा उनकी प्राथमिकता है। उन्होंने अधिकारियों से अपील की कि वे अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन तत्परता और निष्ठा के साथ करें ताकि नागरिकों को किसी भी प्रकार की कठिनाई का सामना न करना पड़े।