Friday, November 22, 2024
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उत्तराखंड

विद्यार्थी वर्ष के रूप में मनेगा शैक्षिक सत्र

 

उत्तराखंड शिक्षा विभाग ने इस शैक्षिक सत्र को “विद्यार्थी वर्ष” के रूप में मनाने का निर्णय लिया है। इस पहल का उद्देश्य शिक्षा के क्षेत्र में सुधार और विद्यार्थियों को अधिक सुविधाएं प्रदान करना है। विद्यालयी शिक्षा महानिदेशक बंशीधर तिवारी ने बताया कि शिक्षा मंत्री डा. धन सिंह रावत की ओर से इस संबंध में दिशा-निर्देश दिए गए थे। इसके तहत प्राथमिक शिक्षा के सशक्तीकरण के लिए विशेष प्रयास किए जाएंगे।

 

शिक्षा विभाग ने घोषणा की है कि प्राथमिक स्कूलों में तीन हजार से ज्यादा शिक्षकों की भर्ती की प्रक्रिया शुरू की जा चुकी है। इसके अलावा, शिक्षकों की अंतरमंडलीय तबादले की प्रक्रिया में भी सुधार किए जाएंगे। तबादला प्रक्रिया में काउंसलिंग को शामिल किया जाएगा ताकि शिक्षकों को उनकी प्राथमिकताओं और आवश्यकताओं के अनुसार तैनाती मिल सके।

 

इस सत्र में स्कूलों में संसाधनों के विकास पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। इसके तहत अटल स्कूलों में तैनातियों को सुनिश्चित किया जाएगा और डायट (DIET) में पदस्थापना की प्रक्रिया को सुव्यवस्थित किया जाएगा। इसके अलावा, सरकार ने शिक्षकों की कई मांगों पर कार्यवाही की है, जिसमें यात्रावकाश की बहाली का प्रस्ताव भी शामिल है।

 

विद्यालयी शिक्षा महानिदेशक ने बताया कि निशुल्क पुस्तक वितरण योजना को भी और बेहतर बनाया जाएगा। इस योजना को बोर्ड इम्तिहान की तरह ही सुव्यवस्थित किया जाएगा ताकि सभी विद्यार्थियों को समय पर और बिना किसी परेशानी के पुस्तकें मिल सकें।

 

विद्यार्थी वर्ष के तहत कई विशेष कार्यक्रम और गतिविधियां आयोजित की जाएंगी जो विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास में सहायक होंगी। इनमें खेल-कूद, कला, विज्ञान और प्रौद्योगिकी से संबंधित कार्यक्रम शामिल होंगे। इन कार्यक्रमों का उद्देश्य विद्यार्थियों को शैक्षिक के साथ-साथ व्यावहारिक ज्ञान और कौशल प्रदान करना है।

 

इस पहल का मुख्य उद्देश्य शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाना है। शिक्षा विभाग द्वारा विभिन्न पहलुओं पर कार्य किया जा रहा है जिससे विद्यार्थियों को उच्च गुणवत्ता की शिक्षा मिल सके। शिक्षकों की प्रशिक्षण प्रक्रिया को भी और बेहतर बनाया जाएगा ताकि वे नवीनतम शैक्षिक तकनीकों और पद्धतियों से अवगत हो सकें।

 

विद्यार्थी वर्ष की सफलता के लिए सामुदायिक भागीदारी को भी प्रोत्साहित किया जाएगा। माता-पिता, अभिभावक और समुदाय के अन्य सदस्यों को विद्यालय की गतिविधियों में शामिल किया जाएगा। इससे विद्यार्थियों को एक सकारात्मक और सहयोगात्मक शैक्षिक वातावरण प्राप्त होगा।

 

उत्तराखंड शिक्षा विभाग की यह पहल विद्यार्थियों के शैक्षिक और व्यावहारिक विकास के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। “विद्यार्थी वर्ष” के रूप में शैक्षिक सत्र मनाने का उद्देश्य विद्यार्थियों को बेहतर शिक्षा, अधिक संसाधन और व्यापक अवसर प्रदान करना है। यह पहल शिक्षा के क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी और विद्यार्थियों के भविष्य को उज्जवल बनाएगी।

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