उत्तराखंड में 3 करोड़ 60 लाख रुपए की स्मैक के साथ एक नशा तस्कर गिरफ्तार
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा चलाए जा रहे “ड्रग्स फ्री देवभूमि अभियान” के तहत प्रदेश में ड्रग्स के खिलाफ कड़ी कार्यवाही जारी है। इस अभियान के अंतर्गत, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (A.N.T.F.) को प्रदेश के समस्त जनपदों में कड़ी निगरानी रखते हुए कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं।
इस निर्देश का पालन करते हुए, उत्तराखण्ड एसटीएफ की एण्टी नारकोटिक्स टास्क फोर्स ने थाना रायवाला और थाना डोईवाला पुलिस के साथ संयुक्त कार्यवाही की। इस संयुक्त ऑपरेशन में, पुलिस ने विंडलास रीवर वैली हरिद्वार रोड के पास से गजराज सिंह नामक व्यक्ति को 1 किलो 200 ग्राम स्मैक के साथ गिरफ्तार किया। गजराज सिंह, जो कि वार्ड नंबर 11, देवीनगर, थाना पोंटा साहिब, जनपद सिरमौर, हिमाचल प्रदेश का निवासी है, को पुलिस ने तत्काल हिरासत में लिया।
गजराज सिंह से पूछताछ में पता चला कि उसने यह स्मैक धामपुर, उत्तर प्रदेश से प्राप्त की थी। उसने यह भी बताया कि बरेली का एक तस्कर इस स्मैक को धामपुर तक पहुँचाता था, और वहाँ से गजराज सिंह इसे आगे पोंटा साहिब और देहरादून में अपने एजेंटों के माध्यम से वितरित करता था। पुलिस द्वारा की गई पूछताछ में गजराज ने कई अन्य ड्रग्स तस्करों के नाम भी उजागर किए, जिन पर आगे की कार्यवाही की जाएगी।
गजराज सिंह पेशे से पोंटा साहिब में पेण्ट के बुश बनाने का काम करता है। लेकिन, पिछले दो सालों से वह बरेली और धामपुर से स्मैक लाकर पोंटा साहिब और देहरादून में अपने फिक्स एजेंटों को सप्लाई कर रहा था। इस धन्धे में उसकी संलिप्तता ने पुलिस के लिए कई नए रास्ते खोल दिए हैं, जिससे और भी कई तस्करों को गिरफ्तार करने में मदद मिल सकती है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के “ड्रग्स फ्री देवभूमि अभियान” ने राज्य में नशा विरोधी कार्यवाही को नई ऊँचाइयों पर पहुँचाया है। इस अभियान का उद्देश्य उत्तराखंड को नशा मुक्त बनाना है, और इसके लिए पुलिस प्रशासन पूरी तत्परता और दृढ़ संकल्प के साथ काम कर रहा है। एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स को विशेष रूप से इस बात के लिए प्रशिक्षित किया गया है कि वे प्रदेश के हर कोने में ड्रग्स तस्करी पर नजर रखें और उसे रोकें।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने कहा कि इस तरह की गिरफ्तारी से न केवल नशा तस्करों के नेटवर्क को तोड़ने में मदद मिलेगी, बल्कि अन्य तस्करों के हौसले भी पस्त होंगे। उन्होंने यह भी बताया कि पुलिस आगे भी इसी तरह की कड़ी कार्यवाही जारी रखेगी और राज्य को नशा मुक्त बनाने के लिए हर संभव प्रयास करेगी।
इस अभियान की सफलता में जनता की भूमिका भी महत्वपूर्ण है। जनता को चाहिए कि वे अपने आसपास के संदिग्ध गतिविधियों की सूचना पुलिस को दें और नशा मुक्त समाज बनाने में सहयोग करें। मुख्यमंत्री धामी ने भी जनता से अपील की है कि वे पुलिस का सहयोग करें और नशा तस्करों के खिलाफ इस लड़ाई में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें।
उत्तराखंड में नशा तस्करी के खिलाफ चलाए जा रहे इस अभियान के तहत, 3 करोड़ 60 लाख रुपए की स्मैक के साथ गजराज सिंह की गिरफ्तारी एक महत्वपूर्ण कदम है। यह गिरफ्तारी न केवल नशा तस्करी के नेटवर्क को ध्वस्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि इससे अन्य तस्करों के लिए भी एक सख्त संदेश जाएगा कि नशा तस्करी के खिलाफ राज्य सरकार और पुलिस का रूख बेहद कड़ा है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में उत्तराखंड पुलिस प्रशासन नशा मुक्त प्रदेश बनाने के अपने संकल्प को साकार करने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है।