बड़ी खबर :-100 फिल्मों के बाद इस मूवी से बदली Sanjay Mishra की किस्मत
मुंबई
100 फिल्मों के बाद इस मूवी से बदली Sanjay Mishra की किस्मत
पिता को खोने के बाद छोड़ दी थी एक्टिंग:संजय मिश्रा ने गुजारे के लिए होटल में काम किया, फिल्म ‘ऑल द बेस्ट’ से की दमदार वापसी
अपनी अदाकारी के जरिए हर किसी को हंसने पर मजबूर कर देते हैं। उनकी कॉमेडी देखने के बाद हरक शख्स पेट पकड़कर हंसने पर मजबूर हो जाता है। अभिनेता को उनकी बेहतरीन कॉमिक टाइमिंग के लिए भी जाने जाते हैं।
संजय मिश्रा ने हर तरह के किरदार निभाए हैं और सिनेमा की दुनिया में अपनी अलग पहचान बनाई है। संजय मिश्रा वो नाम हैं जिन्होंने एक साधारण से दिखने वाले कैरेक्टर रोल्स को अपने अभिनय के हुनर से लीड एक्टिंग के समक्ष लाकर खड़ा कर दिया और नई परिभाषा दी।
संजय मिश्रा का जन्म 6 अक्टूबर 1963 को बिहार केल दरभंगा में हुआ था। संजय मिश्रा का मन पढ़ने में बिल्कुल नहीं लगता था और वह बचपन में बहुत शरारती भी थे। उनके बारे में कहा जाता है कि वह रोज घर से स्कूल जाने के लिए निकलते थे,
लेकिन कुछ न कुछ बहान बनाकर वापस आ जाते थे। रिपोर्ट्स के अनुसार एक बार वे स्कूल से बंक मारकर पान बना रहे थे कि तभी उनकी दादी ने उन्हें देख लिया। उन्होंने संजय मिश्रा को तो डांटा ही साथ ही उन्होंने पान वाले की भी क्लास लगा दी और उसकी दुकान भी उस जगह से हटवा दी।
पिता के निधन के बाद संजय मिश्रा काफी टूट गए थे। संजय मिश्रा अपने पिता के अंतिम संस्कार के बाद इतना परेशान हो गए थे कि घर वापस नहीं जाना चाहते थे। मौत को इतना करीब से देख चुके संजय सीधे पहाड़ों पर जा पहुंचे और यहां गंगोत्री के पास एक ढाबे में काम करने लगे थे।