उत्तराखंड

कोटद्वार क्षेत्र में वन विभाग से जुड़ी विकास योजनाओं पर विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खण्डूडी भूषण और वन मंत्री सुबोध उनियाल की महत्वपूर्ण वार्ता

 

विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खण्डूडी भूषण ने कोटद्वार क्षेत्र के वन विभाग से जुड़े विकास संबंधी विषयों पर वन मंत्री सुबोध उनियाल के साथ एक महत्वपूर्ण वार्ता की। इस वार्ता का उद्देश्य कोटद्वार में पर्यटन और रोजगार के अवसरों को बढ़ावा देना था। बैठक में विभिन्न विकास योजनाओं पर चर्चा की गई और इन योजनाओं के कार्यान्वयन के लिए वन विभाग के अधिकारियों ने विस्तृत जानकारी दी।

 

बैठक के दौरान कई प्रमुख योजनाओं पर विचार किया गया, जिनमें जंगल सफारी, एडवेंचर टूरिज्म, बर्ड वाचिंग आदि शामिल हैं। इन योजनाओं के माध्यम से कोटद्वार में पर्यटन को बढ़ावा देने और स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर सृजित करने का लक्ष्य रखा गया है। वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इन सभी योजनाओं को कैसे शुरु किया जा सकता है और इसके लिए क्या-क्या आवश्यकताएँ होंगी।

वन मंत्री सुबोध उनियाल ने अधिकारियों को तुरन्त कार्ययोजना तैयार करने के आदेश दिए ताकि इन योजनाओं को जल्द से जल्द शुरू किया जा सके। उन्होंने कहा कि इन योजनाओं के शुरू होने से कोटद्वार में पर्यटन की संभावनाएं बढ़ेंगी और साथ ही स्थानीय लोगों को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे।

 

बैठक के दौरान विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खण्डूडी भूषण ने वन मंत्री से आग्रह किया कि वन विभाग को आदेश दिया जाए कि 16 जुलाई से हरैला पर्व के एक माह के अभियान में विभाग औषधीय, छायादार एवं फलदार वृक्षों का रोपण करे। इसके साथ ही, स्थानीय समाज को पौधों का युद्ध स्तर पर वितरण करके हरैला अभियान को सफल बनाने में सहयोग प्रदान करे। इस अभियान का उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण और हरित आवरण को बढ़ावा देना है।

 

इस महत्वपूर्ण बैठक में कई प्रमुख अधिकारी और गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। इनमें कमल नेगी, मनीष भटृ, दीपक लखेडा, नीरुबाला खन्तवाल, सोरभ नडियाल, ऋतु चमोली, ननद किशोर, आशा डबराल जैसे निवर्तमान पार्षद शामिल थे। इसके अलावा, नरेश कुमार (सी.सी.एफ. गढ़वाल), राजीव धीमान (सी.एफ. गढ़वाल), डी.एफ.ओ. लैन्सीडाउन नवीन पन्त आदि अधिकारी भी बैठक में मौजूद थे।

यह बैठक कोटद्वार क्षेत्र में विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। वन पर्यटन की योजनाओं और हरैला पर्व के विशेष अभियान से न केवल कोटद्वार में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि स्थानीय समुदायों को भी लाभ होगा। इस बैठक से यह स्पष्ट होता है कि सरकार स्थानीय विकास और पर्यावरण संरक्षण के प्रति प्रतिबद्ध है।

 

विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खण्डूडी भूषण और वन मंत्री सुबोध उनियाल की इस वार्ता से कोटद्वार क्षेत्र में विकास की नई उम्मीदें जागी हैं। वन विभाग की योजनाओं के त्वरित कार्यान्वयन और हरैला पर्व के अभियान से क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव आने की संभावना है। इन प्रयासों से न केवल पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि स्थानीय समुदायों को भी सशक्त बनाया जा सकेगा। यह बैठक कोटद्वार के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हो सकती है।

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