उत्तराखंड के अम्ब्रेला ब्रांड “हाउस ऑफ़ हिमालयाज़” का शुभारंभ: स्थानीय उत्पादों को वैश्विक मंच पर नई पहचान
शुक्रवार का दिन उत्तराखंड के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुआ, जब मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की उपस्थिति में सचिवालय में उत्तराखंड के अम्ब्रेला ब्रांड “हाउस ऑफ़ हिमालयाज़” और Amazon India के बीच एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) हस्तांतरित किया गया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने Amazon India के ई-मार्केटिंग पोर्टल पर “हाउस ऑफ़ हिमालयाज़” की विधिवत लॉन्चिंग की और खुद भी उत्तराखंड के स्थानीय उत्पादों की खरीदारी की।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने इस अवसर पर कहा कि दिसंबर माह में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा इन्वेस्टर समिट में “हाउस ऑफ़ हिमालयाज़” ब्रांड की लांचिंग की गई थी। इस ब्रांड को लॉन्च करने का मुख्य उद्देश्य प्रदेश के स्थानीय उत्पादों को वैश्विक स्तर पर पहुंचाना है। इससे उत्तराखंड के अनूठे और उच्च गुणवत्ता वाले उत्पादों को अंतर्राष्ट्रीय बाजार में नई पहचान मिलेगी।
“हाउस ऑफ़ हिमालयाज़” ब्रांड में शामिल उत्पादों की प्रोसेसिंग और उत्पादन का अधिकांश कार्य स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से किया जाता है। इससे महिला स्वयं सहायता समूहों की आजीविका को मजबूत करने के प्रयास किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस पहल से न केवल प्रदेश की महिलाओं को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे, बल्कि उनकी आर्थिक स्थिति भी सुदृढ़ होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विभिन्न ई-मार्केटिंग पोर्टल्स के माध्यम से प्रदेश के स्थानीय उत्पादों की देश और दुनिया के हर क्षेत्र से ऑनलाइन खरीदारी की जा सकेगी। इससे उत्तराखंड के उत्पादों को व्यापक पहुंच मिलेगी और उन्हें विश्वभर में पहचाना जाएगा।
मुख्यमंत्री ने सचिव ग्राम्य विकास को निर्देश दिए कि “हाउस ऑफ़ हिमालयाज़” ब्रांड के विभिन्न उत्पादों जैसे जीआई टैगिंग वाले उत्पाद, ऑर्गेनिक उत्पाद, खाद्य उत्पाद, और सगंध उत्पाद को कैटेगराइज कर उनकी कैटेगरीवाइस ब्रांडिंग की जाए। इस पहल से इन उत्पादों को एक विशेष पहचान मिलेगी और ग्राहकों को उनकी गुणवत्ता का भरोसा होगा।
“हाउस ऑफ़ हिमालयाज़” ब्रांड का शुभारंभ उत्तराखंड के लिए एक ऐतिहासिक कदम है। इससे न केवल प्रदेश के उत्पादों को वैश्विक मंच पर पहचान मिलेगी, बल्कि प्रदेश की महिलाओं और स्वयं सहायता समूहों को भी नए रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। यह पहल उत्तराखंड के विकास और समृद्धि की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे प्रदेश की अर्थव्यवस्था को भी बल मिलेगा।