एसडीआरएफ ने पशुलोक बैराज पर चलाया रेस्क्यू अभियान, पूर्व में डूबे व्यक्ति का शव किया बरामद
आज 4 जुलाई को पशुलोक बैराज में एक महत्वपूर्ण घटना घटित हुई। उत्तराखंड राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) की टीम ने एक पूर्व में डूबे व्यक्ति का शव बरामद किया। यह व्यक्ति हरियाणा निवासी नरेश था, जो कुछ दिन पहले अपने साथियों के साथ बैराज में नहाते समय डूब गया था।
नरेश अपने कुछ दोस्तों के साथ पशुलोक बैराज पर सैर-सपाटे के लिए आया था। सभी ने बैराज में नहाने का निर्णय लिया, लेकिन दुर्भाग्यवश नरेश पानी की तेज धारा में बह गया और गहरे पानी में डूब गया। उसके साथी और अन्य लोग उसे बचाने की कोशिश में असमर्थ रहे। घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस और एसडीआरएफ टीम मौके पर पहुंची और सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया गया।
एसडीआरएफ टीम ने निरंतर प्रयास जारी रखते हुए कई दिनों तक सर्च ऑपरेशन चलाया। टीम के गोताखोरों ने पानी में कई बार गोता लगाया और गहराई में जाकर नरेश की खोज की। सर्च ऑपरेशन के दौरान टीम ने अत्याधुनिक उपकरणों का उपयोग किया, जिससे उन्हें इस कठिन कार्य में सफलता प्राप्त हुई।
आज सुबह एसडीआरएफ टीम ने एक बार फिर से सर्च ऑपरेशन शुरू किया। काफी मशक्कत और धैर्य के बाद उन्हें सफलता प्राप्त हुई और उन्होंने नरेश का शव पानी से बाहर निकाला। शव को बरामद कर लक्ष्मण झूला पुलिस के सुपुर्द किया गया।
लक्ष्मण झूला पुलिस द्वारा शव की पहचान करवाई गई, जिसमें नरेश के परिजनों ने उसकी पहचान की। नरेश की मौत की खबर से उसका परिवार और दोस्त सदमे में हैं। परिजनों ने एसडीआरएफ टीम और पुलिस का आभार व्यक्त किया, जिन्होंने नरेश का शव बरामद कर उन्हें सौंपा।
उत्तराखंड राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) की टीम ने इस सर्च ऑपरेशन में जो कुशलता और धैर्य दिखाया है, वह प्रशंसनीय है। एसडीआरएफ की टीम ने इस चुनौतीपूर्ण कार्य को सफलतापूर्वक अंजाम दिया और एक परिवार को उनके प्रियजन का शव सौंपने में मदद की। यह उनके निरंतर प्रयास और प्रतिबद्धता का परिणाम है।
पशुलोक बैराज की यह घटना एक बार फिर से हमें जलस्रोतों की खतरनाक स्थिति का एहसास कराती है। लोगों को नदी, बैराज और अन्य जलस्रोतों में नहाते समय अत्यधिक सावधानी बरतने की आवश्यकता है। यह घटना हमें सचेत करती है कि प्राकृतिक जलस्रोतों में सुरक्षा के उपायों का पालन करना कितना महत्वपूर्ण है।
नरेश की दुखद मौत ने उसके परिवार और दोस्तों को गहरा सदमा पहुँचाया है। हम उनके प्रति संवेदनाएं व्यक्त करते हैं और एसडीआरएफ टीम को उनके अथक प्रयासों के लिए सराहना देते हैं। इस घटना ने यह भी सिद्ध किया कि आपदा प्रबंधन और रेस्क्यू टीमों की महत्ता कितनी ज्यादा है, जो कठिन समय में नागरिकों की सहायता के लिए सदैव तत्पर रहती हैं।