उत्तराखंड के व्यंजनों का महोत्सव: फिल्म ‘मीठी’ का व्यापक प्रचार-प्रसार
उत्तराखंड की समृद्ध संस्कृति और विविध खाद्यान्नों पर आधारित फिल्म ‘मीठी’ ने देश-विदेश में धूम मचा दी है। ‘मीठी’ फिल्म के माध्यम से उत्तराखंड के परंपरागत व्यंजनों को अंतरराष्ट्रीय मंच पर प्रस्तुत किया जा रहा है। “उत्तराखंड फूड, खाकर तो देखो” कैंपेन ने भी इस फिल्म की सराहना की है और इससे जुड़ने वाले लोगों की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। राजनीति, साहित्य, शिक्षा, और कला के क्षेत्र के बड़े-बड़े नाम इस मुहिम का हिस्सा बन रहे हैं, जिससे यह अभियान और भी प्रभावशाली बन गया है।
‘मीठी’ एक ऐसी फिल्म है जो उत्तराखंड की संस्कृति, विरासत, और खाद्यान्नों को केन्द्र में रखकर बनाई गई है। इस फिल्म में उत्तराखंड के स्थानीय उत्पादों और पारंपरिक व्यंजनों को प्रमुखता दी गई है। फिल्म के निर्माता वैभव गोयल ने बताया कि यह फिल्म उत्तराखंड की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर और स्थानीय खान-पान को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पहचान दिलाने का प्रयास है। फिल्म के दो गानों में से एक को इंडियन आइडल फेम पवनदीप राजन ने गाया है, जिसमें कोदे की रोटी और काफला जैसे पहाड़ी उत्पादों का उल्लेख किया गया है।
फिल्म ‘मीठी’ के निर्माण के लिए 160 कलाकारों ने काम किया है, जिनमें से 70 प्रतिशत स्थानीय कलाकार हैं। फिल्म की शूटिंग उत्तराखंड के विभिन्न इलाकों में की गई है, और कलाकारों के लिए अभिनय वर्कशॉप भी आयोजित की गई थी। फिल्म के निर्देशक कांता प्रसाद हैं और यह फिल्म उत्तराखंड के खाद्यान्नों और भोजन पर आधारित कहानी प्रस्तुत करती है।
फिल्म ‘मीठी’ की लांचिंग तीन चरणों में की जाएगी। पहले चरण में प्रमोशनल एक्टिविटीज शुरू हो चुकी हैं, इसके बाद म्यूजिक और पोस्टर लांचिंग होगी और अंत में फिल्म को सतरंगी परदे पर प्रदर्शित किया जाएगा। फिल्म को ओटीटी प्लेटफार्म पर भी लांच किया जाएगा, जिससे यह फिल्म दूर-दराज के गांवों तक पहुंच सके।
कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने फिल्म ‘मीठी’ का मुहूर्त शॉट दिया और फिल्म की सफलता के लिए शुभकामनाएं दीं। उन्होंने बताया कि उत्तराखंड में फिल्म निर्माण की अपार संभावनाएं हैं और सरकार नई फिल्म नीति के तहत फिल्मों को प्रोत्साहन देने का काम कर रही है। फिल्म की शूटिंग गढ़वाल के विभिन्न इलाकों के अलावा नोएडा और रामपुर तिराहे में भी हुई।
फिल्म निर्माता वैभव गोयल के अनुसार, कलाकारों को एफटीआई और दून फिल्म इंस्टीट्यूट के एक्सपर्ट्स ने पांच दिनों तक अभिनय के गुर सिखाए। यह गढ़वाली फिल्म में पहली बार हुआ है कि कलाकारों को वर्कशॉप के माध्यम से प्रशिक्षित किया गया। वैभव गोयल के मुताबिक, कंपनी जल्द ही ओटीटी पर एक सीरियल भी लाने की तैयारी में है, जिससे उत्तराखंड के प्रतिभावान और नवोदित कलाकारों को एक बेहतर मंच मिल सके।
वैभव गोयल पिछले 12 वर्षों से फिल्म निर्माण, डिजिटल विज्ञापन, और सामाजिक कार्यों के क्षेत्र में सक्रिय हैं। उन्होंने मुंबई में केतन मेहता के मैक इंस्टीट्यूट से फिल्म निर्माण की बारीकियाँ सीखीं और अब तक 500 से अधिक कमर्शियल विज्ञापन फिल्मों का निर्माण कर चुके हैं। वैभव गोयल उत्तराखंड, हिमाचल, और नेपाली भाषा की फिल्मों पर आधारित एक ऐप लांच करने की योजना भी बना रहे हैं। उनका एकमात्र संकल्प है कि उत्तराखंड के अंतिम गांव और अंतिम व्यक्ति तक सिनेमा की पहुंच हो।
‘मीठी’ फिल्म में इंडियन आइडियल फेम पवनदीप राजन और फोक गायक विवेक नौटियाल अपने गीतों के माध्यम से उत्तराखंड के पकवानों की खुशबू बिखेरेंगे। विवेक नौटियाल ने कई उत्तराखंडी गीतों को गाया है और इस फिल्म के लिए एक बेहतरीन गीत गाया है। फिल्म के निर्माता वैभव गोयल और निर्देशक कांता प्रसाद हैं। फिल्म जल्द ही सिनेमाघरों में प्रदर्शित की जाएगी।
‘मीठी’ फिल्म के माध्यम से उत्तराखंड के पारंपरिक व्यंजनों और संस्कृति को व्यापक पहचान दिलाने का प्रयास किया जा रहा है। यह फिल्म न केवल उत्तराखंड के स्थानीय कलाकारों को मंच प्रदान करती है, बल्कि प्रदेश की समृद्ध विरासत और खान-पान को भी राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। ‘मीठी’ फिल्म उत्तराखंड की समृद्ध संस्कृति का जश्न मनाने का एक उत्कृष्ट माध्यम साबित होगी।