Friday, November 22, 2024
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उत्तराखंड

प्रो0 राकेश कुमार ढोडी बने एचएनबी गढ़वाल विश्वविद्यालय के कुलसचिव

 

प्रो. राकेश कुमार डोडी, एक ऐसा नाम है जिसने शिक्षा, शोध और प्रशासन के क्षेत्र में अपनी अलग पहचान बनाई है। वर्तमान में, उन्हें हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय श्रीनगर का कुलसचिव नियुक्त किया गया है। यह निर्णय विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. अन्नपूर्णा नौटियाल द्वारा लिया गया और इसके आदेश भी जारी कर दिए गए हैं। इस महत्वपूर्ण पद पर आसीन होने से पहले, प्रो. डोडी विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ मैनेजमेंट डिपार्टमेंट में डीन के पद पर कार्यरत थे।

 

प्रो. डोडी की शिक्षा और शोध के क्षेत्र में अद्वितीय योगदान रहा है। उन्होंने टूरिज्म और मैनेजमेंट से संबंधित कई महत्वपूर्ण पुस्तकें लिखी हैं, जो शोधार्थियों के लिए अत्यंत उपयोगी साबित हो रही हैं। उनकी पुस्तकें न केवल थ्योरी के स्तर पर महत्वपूर्ण हैं, बल्कि व्यावहारिक दृष्टिकोण से भी उच्चतम मापदंडों को पूरा करती हैं। उनके शोधकार्य और उनके द्वारा लिखी गई पुस्तकें छात्रों और शोधकर्ताओं के लिए प्रेरणास्त्रोत हैं।

 

प्रो. डोडी न केवल एक कुशल शिक्षक हैं, बल्कि एक प्रभावी प्रशासक भी हैं। विश्वविद्यालय में उन्होंने विभिन्न महत्वपूर्ण जिम्मेदारियाँ निभाई हैं। वह वर्तमान में टूरिज्म डिपार्टमेंट के विभागाध्यक्ष हैं और इसके अलावा वह स्टूडेंट प्लेसमेंट सेल के कोऑर्डिनेटर भी हैं। उनके नेतृत्व में, विश्वविद्यालय के टूरिज्म डिपार्टमेंट ने कई नए आयाम स्थापित किए हैं और छात्रों को उच्चस्तरीय शिक्षा और प्रशिक्षण प्रदान किया है।

 

प्रो. राकेश कुमार डोडी के नेतृत्व और प्रबंधन कौशल का कोई मुकाबला नहीं है। वे एक प्रेरणादायक नेता हैं जो अपने छात्रों और सहकर्मियों को हमेशा उत्कृष्टता की ओर प्रेरित करते हैं। उनके नेतृत्व में, विश्वविद्यालय ने कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं को सफलतापूर्वक पूरा किया है। उनके प्रबंधन कौशल के कारण, विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों में एक संगठित और प्रभावी कार्यप्रणाली स्थापित हुई है।

 

प्रो. डोडी की उपलब्धियाँ इस बात का प्रमाण हैं कि उन्होंने कम उम्र में ही कितनी ऊँचाइयों को छुआ है। उनके ज्ञान, अनुभव और प्रशासनिक क्षमताओं के कारण ही वे इतनी कम उम्र में विश्वविद्यालय के कुलसचिव पद पर आसीन हुए हैं। उनके पास शिक्षा और शोध के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण उपलब्धियाँ हैं, जो उन्हें इस पद के लिए सबसे उपयुक्त बनाती हैं।

 

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