मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ. बी.वी.आर.सी. पुरुषोत्तम ने उपचुनाव को लेकर राजनीतिक दलों से की महत्वपूर्ण बैठक
आगामी उपचुनावों के मद्देनजर मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ. बी.वी.आर.सी. पुरुषोत्तम ने प्रदेश की 2 विधानसभा सीटों के लिए एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया। इस बैठक में प्रदेश के विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। इस दौरान सामान्य लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान प्रदेश में शांतिपूर्ण और सुव्यवस्थित चुनाव प्रक्रिया के लिए मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने सभी दलों का आभार व्यक्त किया और उपचुनाव के दौरान भी इसी प्रकार के सहयोग की अपेक्षा जताई।
डॉ. पुरुषोत्तम ने कहा कि सामान्य लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान प्रदेश में शांतिपूर्ण और निष्पक्ष चुनाव कराने में सभी राजनीतिक दलों का सहयोग सराहनीय रहा है। उन्होंने उपचुनाव के दौरान भी इसी प्रकार की शांतिपूर्ण और निष्पक्ष चुनाव प्रक्रिया की अपेक्षा की। उन्होंने राजनीतिक दलों से अपील की कि वे अपने कार्यकर्ताओं को अनुशासन और आदर्श आचार संहिता का पालन करने की दिशा में प्रेरित करें।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बैठक में उपस्थित राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को सम्पूर्ण चुनाव प्रक्रिया की जानकारी दी। उन्होंने स्पष्ट किया कि मतदाता द्वारा पहचान के लिए फोटोयुक्त मतदाता पहचान पत्र का उपयोग किया जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि 12 अन्य वैकल्पिक दस्तावेजों का भी उपयोग मतदाता पहचान के रूप में किया जा सकता है। इनमें आधार कार्ड, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस, पैन कार्ड, राज्य/केंद्र सरकार द्वारा जारी कर्मचारी पहचान पत्र, बैंक/डाकघर द्वारा जारी पासबुक, एनपीआर स्मार्ट कार्ड, मनरेगा जॉब कार्ड, पेंशन दस्तावेज, शास्त्री पहचान पत्र और श्रम मंत्रालय द्वारा जारी स्वास्थ्य बीमा स्मार्ट कार्ड शामिल हैं।
डॉ. पुरुषोत्तम ने आदर्श आचार संहिता के संबंध में भी महत्वपूर्ण जानकारी दी। उन्होंने राजनीतिक दलों को आचार संहिता का सख्ती से पालन करने की सलाह दी और चुनाव प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की अव्यवस्था से बचने के लिए आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आदर्श आचार संहिता का पालन चुनाव की निष्पक्षता और पारदर्शिता के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
इस अवसर पर संयुक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्रीमती नमामि बंसल, उप मुख्य निर्वाचन अधिकारी सुश्री मुक्ता मिश्र, सहायक मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्री मस्तु दास सहित सभी प्रमुख राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि उपस्थित थे। इन सभी अधिकारियों और प्रतिनिधियों ने चुनाव प्रक्रिया के सफल आयोजन के लिए अपने महत्वपूर्ण विचार और सुझाव प्रस्तुत किए।
बैठक के दौरान मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने यह भी सुनिश्चित किया कि उपचुनाव के दौरान चुनाव प्रक्रिया की पारदर्शिता और निष्पक्षता बनी रहे। उन्होंने सभी राजनीतिक दलों से यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया कि वे अपने प्रचार-प्रसार में ऐसे किसी भी कार्य से बचें जिससे चुनाव प्रक्रिया प्रभावित हो सकती है। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग का उद्देश्य यह है कि हर मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग स्वतंत्र और निष्पक्ष वातावरण में कर सके।