श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल को पीसीआई की मान्यता: फार्मेसी छात्रों के लिए नई उम्मीद
देहरादून स्थित श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल को फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया (पीसीआई) द्वारा ट्रेनिंग देने की मान्यता प्राप्त हो गई है। यह मान्यता उत्तराखण्ड के डी.फार्म कोर्स के छात्रों के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है, जो अब इस अस्पताल की फार्मेसियों में प्रशिक्षण प्राप्त कर सकेंगे। श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल उत्तराखण्ड का पहला प्राइवेट अस्पताल बन गया है, जिसे पीसीआई द्वारा यह मान्यता दी गई है।
फार्मास्यूटिक्स विषय के डी.फार्म कोर्स को पूरा करने के लिए 500 घंटे (तीन महीने) की अनिवार्य ट्रेनिंग आवश्यक होती है। यह ट्रेनिंग केवल पीसीआई द्वारा मान्यता प्राप्त ट्रेनिंग सेंटर में ही पूरी की जा सकती है। अब तक, यह सुविधा केवल सरकारी अस्पतालों, जैसे राजकीय दून अस्पताल और कोरोनेशन अस्पताल की डिस्पेंसरी में ही उपलब्ध थी। श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल अब इस सूची में शामिल हो गया है, जिससे राज्य के छात्र-छात्राओं को अत्यधिक लाभ मिलेगा।
श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल के चेयरमैन, श्री महंत देवेन्द्र दास जी महाराज ने इस मान्यता के लिए एसजीआरआर विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ फार्मास्यूटिकल साइंसेज़ की पूरी टीम को बधाई दी है। उन्होंने इस उपलब्धि को छात्रों के भविष्य के लिए एक महत्वपूर्ण कदम बताया है, जो उन्हें बेहतर प्रशिक्षण और करियर के अवसर प्रदान करेगा।
पीसीआई की मान्यता प्राप्त करने के लिए अस्पताल को कई कड़े मानकों और परीक्षणों पर खरा उतरना होता है। श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय स्कूल ऑफ फार्मास्यूटिकल साइंस की डीन, डॉ. दिव्या जुयाल ने जानकारी दी कि पीसीआई नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी), एनएबीएच की मान्यताओं और केंद्र सरकार व राज्य सरकार द्वारा निर्धारित गाइडलाइनों का कड़ाई से मूल्यांकन करती है। श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल की डिस्पेंसरियों को हर कसौटी पर खरा पाने के बाद ही यह मान्यता प्राप्त हुई है।
पीसीआई ने हर तिमाही के लिए श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल को 240 सीटों की अनुमति प्रदान की है, जिससे हर साल डी.फार्म कोर्स के 960 छात्र-छात्राएं इस अस्पताल में ट्रेनिंग प्राप्त कर सकेंगे। यह छात्रों के लिए एक सुनहरा अवसर है, जिससे उन्हें उच्च गुणवत्ता का प्रशिक्षण प्राप्त होगा और उनका करियर सुरक्षित होगा।
यह मान्यता न केवल छात्रों के लिए बल्कि पूरे राज्य के स्वास्थ्य सेवाओं के लिए भी लाभदायक साबित होगी। प्रशिक्षित फार्मासिस्ट की संख्या में वृद्धि से राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में बेहतर और सुरक्षित दवा वितरण प्रणाली स्थापित हो सकेगी। इससे स्थानीय स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार होगा और मरीजों को बेहतर सेवाएं प्राप्त होंगी।
श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल को पीसीआई की मान्यता मिलना उत्तराखण्ड के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। इससे फार्मेसी के छात्रों को उच्च स्तरीय प्रशिक्षण प्राप्त करने का अवसर मिलेगा और स्वास्थ्य सेवाओं में भी सुधार होगा। यह कदम राज्य के शैक्षिक और स्वास्थ्य क्षेत्र में एक नई दिशा की ओर संकेत करता है, जिससे आने वाले समय में और भी सकारात्मक बदलाव देखने को मिल सकते हैं।