“ड्रग्स फ्री देवभूमि” की परिकल्पना को साकार करती दून पुलिस
उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में ड्रग्स के खिलाफ लड़ाई में एक महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त हुई है। “ड्रग्स फ्री देवभूमि 2025” की परिकल्पना को साकार करते हुए, दून पुलिस ने एक बड़ी कार्यवाही में 11 लाख रुपये की अनुमानित कीमत की 36.74 ग्राम स्मैक के साथ दो नशा तस्करों को गिरफ्तार किया है। यह सफलता देहरादून पुलिस की प्रतिबद्धता और दृढ़ संकल्प को दर्शाती है, जो प्रदेश को नशामुक्त बनाने की दिशा में प्रयासरत है।
22 मई 2024 को कोतवाली पटेलनगर पुलिस ने हरिद्वार बाईपास रोड, संस्कृति लोक कॉलोनी के गेट के पास चेकिंग के दौरान दो नशा तस्करों, मौ0 नाहिद पुत्र इश्तियाक और शाहिद अहमद पुत्र इश्तियाक को गिरफ्तार किया। दोनों अभियुक्त हरिद्वार के निवासी हैं और देहरादून में विभिन्न शिक्षण संस्थानों के छात्रों को स्मैक की आपूर्ति करते थे। इनके कब्जे से कुल 36.74 ग्राम स्मैक और तस्करी में प्रयुक्त वाहन सं0-UK07DS-6335 (पल्सर मोटरसाइकिल) बरामद की गई। गिरफ्तार अभियुक्तों के खिलाफ थाना पटेलनगर पर मु0अ0सं0-347/2024 धारा 8/21/60 NDPS Act के तहत अभियोग पंजीकृत किया गया है।
“ड्रग्स फ्री देवभूमि 2025” की परिकल्पना को साकार करने के लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून द्वारा सभी थाना प्रभारियों को नशा तस्करों के विरुद्ध प्रभावी कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए हैं। इस निर्देश के अनुपालन में जनपद में नशा तस्करों के विरुद्ध व्यापक स्तर पर अभियान चलाया जा रहा है। कोतवाली पटेलनगर पुलिस की इस सफल कार्यवाही से यह स्पष्ट होता है कि पुलिस ड्रग्स के खिलाफ अभियान में पूरी तरह से तत्पर और प्रतिबद्ध है।
अभियुक्तों से पूछताछ के दौरान पता चला कि वे हरिद्वार के रहने वाले हैं और स्मैक की सप्लाई देहरादून में अध्ययनरत विभिन्न शिक्षण संस्थानों के छात्रों को करते हैं। इससे उन्हें अच्छा मुनाफा होता है। अभियुक्तों की गिरफ्तारी से पुलिस को कई और ड्रग पैडलरों के नामों की जानकारी मिली है, जिनके खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की जा रही है।
अभियुक्तों की पहचान
1. मौ0 नाहिद पुत्र इश्तियाक, निवासी भगवानपुर, जिला हरिद्वार, उम्र-27 वर्ष
2. शाहिद अहमद पुत्र इश्तियाक, निवासी ग्राम सिकरौडा, थाना भगवानपुर, जिला हरिद्वार, उम्र-25 वर्ष
बरामद माल
1. कुल 36.74 ग्राम अवैध स्मैक (अनुमानित कीमत 11 लाख रुपये)
2. वाहन सं0-UK07DS-6335 (पल्सर मोटरसाइकिल)
पुलिस टीम
1. उ0नि0 विजय प्रताप राही, चौकी प्रभारी ISBT
2. कानि0 सूरज सिंह राणा
3. कानि0 सन्दीप कुमार
4. कानि0 चन्दन प्रसाद
5. कानि0 मान सिंह
दून पुलिस की यह महत्वपूर्ण सफलता “ड्रग्स फ्री देवभूमि 2025” की परिकल्पना को साकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे न केवल नशा तस्करों के हौसले पस्त होंगे बल्कि यह भी स्पष्ट संदेश जाएगा कि पुलिस किसी भी कीमत पर राज्य को नशामुक्त बनाने के अपने उद्देश्य से पीछे नहीं हटेगी। राज्य सरकार और पुलिस प्रशासन के इस संयुक्त प्रयास से निश्चित रूप से उत्तराखंड को नशामुक्त बनाने में महत्वपूर्ण योगदान मिलेगा।
इस प्रकार की कार्यवाहियों से न केवल नशा तस्करी पर अंकुश लगेगा बल्कि युवाओं में भी जागरूकता बढ़ेगी। राज्य के सभी नागरिकों का भी यह दायित्व है कि वे पुलिस के साथ मिलकर इस अभियान में सहयोग करें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें। साथ ही, शिक्षण संस्थानों को भी इस दिशा में पहल करनी चाहिए और छात्रों को नशे के दुष्परिणामों के बारे में जागरूक करना चाहिए।
देहरादून पुलिस के इस साहसिक और प्रभावी कार्यवाही की सराहना करते हुए, हम आशा करते हैं कि भविष्य में भी इसी तरह की सतर्कता और प्रतिबद्धता बनी रहेगी और उत्तराखंड जल्द ही नशामुक्त राज्य बनेगा।