Friday, November 22, 2024
Latest:
उत्तराखंड

मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने केन्द्रीय गृह सचिव को दिया चारधाम यात्रा का अपडेट

 

चारधाम यात्रा, जिसे हिन्दू धर्म में अत्यंत पवित्र माना जाता है, प्रतिवर्ष लाखों श्रद्धालुओं को आकर्षित करती है। इस यात्रा के अंतर्गत उत्तराखंड के चार महत्वपूर्ण धाम – यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ आते हैं। इस वर्ष 2024 में, राज्य प्रशासन ने यात्रा को सुगम, सुरक्षित और सुव्यवस्थित बनाने के लिए विशेष प्रयास किए हैं।

 

गुरुवार को हुई वर्चुअल बैठक में मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने केन्द्रीय गृह सचिव श्री अजय कुमार भल्ला को चारधाम यात्रा की अद्यतन जानकारी दी। केन्द्रीय गृह सचिव ने यात्रा मार्गों पर क्राउड मैनेजमेंट के लिए एनडीआरएफ और आईटीबीपी की मदद लेने के निर्देश दिए। इसके साथ ही, यात्रा की निगरानी और भविष्य की रणनीति बनाने के लिए एक कमेटी गठित करने के भी निर्देश दिए गए।

 

रजिस्ट्रेशन और टोकन सिस्टम का सख्त पालन

यात्रा के सुव्यवस्थित संचालन के लिए रजिस्ट्रेशन और टोकन सिस्टम का कड़ाई से पालन किया जा रहा है। मुख्य सचिव ने बताया कि यात्रियों को पंजीकृत करने के लिए उत्तराखंड टूरिज्म डेवलपमेंट बोर्ड द्वारा 24 घंटे संचालित होने वाला कॉल सेंटर स्थापित किया गया है। पंजीकृत श्रद्धालुओं की जांच बड़कोट, हीना, सोनप्रयाग और पांडुकेश्वर में की जा रही है। इसके अलावा, धामों में दर्शन के लिए श्रद्धालुओं को टोकन जारी किए जा रहे हैं।

 

ट्रैफिक और सुरक्षा प्रबंधन

यात्रा मार्गों पर ट्रैफिक की स्थिति को नियंत्रित रखने के लिए सीसीटीवी कैमरों और ड्रोन का उपयोग किया जा रहा है। केदारनाथ धाम में ट्रैफिक प्रबंधन के लिए सेक्टर मजिस्ट्रेटों की तैनाती की गई है। यात्रा रूट पर बुजुर्गों, दिव्यांगों, बीमार और बच्चों की सहायता पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। इस बार 850 सीसीटीवी कैमरे और 8 ड्रोन लगाए गए हैं ताकि यात्रा मार्ग पर निगरानी रखी जा सके।

 

 स्वास्थ्य सेवाएं और परिवहन विभाग की पहल

स्वास्थ्य विभाग ने यात्रा मार्ग पर 50 स्क्रीनिंग कियॉस्क लगाए हैं और 156 एम्बुलेंस तैनात की हैं। 22 स्पेशलिस्ट, 179 मेडिकल ऑफिसर्स और 299 पैरामेडिकल स्टाफ को तैनात किया गया है। इसके साथ ही, परिवहन विभाग ने वाहन चालकों की कैपिसिटी बिल्डिंग और मेडिकल स्क्रीनिंग की व्यवस्था की है। यात्रा रूट पर 4 हाईटेक चेक पोस्ट और सोनप्रयाग तथा गौरीकुंड मार्ग पर शटल सर्विस की व्यवस्था की गई है।

 

चारधाम यात्रा के आँकड़े

मुख्य सचिव ने जानकारी दी कि इस वर्ष 22 मई तक कुल 31,18,926 रजिस्ट्रेशन हुए हैं, जिनमें यमुनोत्री हेतु 4,86,285, गंगोत्री हेतु 5,54,656, केदारनाथ हेतु 10,37,700, बद्रीनाथ हेतु 9,55,858 और हेमकुंड साहिब हेतु 84,427 पंजीकरण शामिल हैं। यात्रा सीजन के पहले 10 दिनों में यमुनोत्री में 1,38,537, गंगोत्री में 1,28,777, केदारनाथ में 3,19,193 और बद्रीनाथ में 1,39,656 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए।

 

मुख्य सचिव ने जानकारी दी कि इस वर्ष यात्रा प्रबंधन को और अधिक सुदृढ़ बनाने के लिए विशेष प्रयास किए गए हैं। ट्रैफिक मैनेजमेंट, सुरक्षा व्यवस्था और स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए अनेक कदम उठाए गए हैं। राज्य प्रशासन ने यात्रा रूट पर कड़ी निगरानी रखने और रजिस्ट्रेशन तथा टोकन सिस्टम का सख्ती से पालन सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास किए हैं।

 

चारधाम यात्रा 2024 को सुचारू, सुरक्षित और सफल बनाने के लिए राज्य प्रशासन ने व्यापक स्तर पर तैयारियां की हैं। इन प्रयासों का उद्देश्य यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा को प्राथमिकता देना है। केन्द्रीय गृह सचिव ने भी उत्तराखंड में चारधाम यात्रा के सफल संचालन हेतु केन्द्र से हर संभव सहायता और सहयोग का आश्वासन दिया है। इस प्रकार, यह यात्रा ना केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि राज्य प्रशासन के कुशल प्रबंधन और सतर्कता का भी उदाहरण है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *