भगवान राम उन्हें बुद्धि दें’, कंगना रनौत के ‘छोटा पप्पू’ वाले बयान पर बोले मंत्री विक्रमादित्य सिंह
Lok Sabha Elections 2024: अक्सर अपने विवादित बयानों से चर्चा में रहने वाली बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत एक बार फिर सुर्खियों में हैं। हिमाचल प्रदेश की मंडी सीट से भाजपा उम्मीदवार कंगना रनौत ने एक चुनावी सभा में मंत्री विक्रमादित्य सिंह को ‘छोटा पप्पू’ कहकर ललकारा था। कंगना ने विक्रमादित्य सिंह से कहा था, “ये तुम्हारे बाप-दादा की रियासत नहीं है कि तुम मुझे डरा-धमकाकर वापस भेज दोगे।” कंगना इतने पर ही नहीं रुकीं, इसके बाद राहुल गांधी पर भी निशाना साधा और उन्हें ‘पप्पू’ कहा। कंगना के इन बातों का जवाब अब मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने दिया है।
क्या बोले विक्रमादित्य
कंगना की टिप्पणियों का जवाब देते हुए विक्रमादित्य सिंह ने कहा था, “मैं भगवान राम से प्रार्थना करता हूं कि वह उन्हें बुद्धि दें और आशा करता हूं कि वह देवभूमि हिमाचल से शुद्ध होकर बॉलीवुड वापस जाएंगी। वह चुनाव नहीं जीत पाएंगी, क्योंकि वह हिमाचल के लोगों के बारे में कुछ नहीं जानती हैं।”
उन्होंने आगे कहा, “मैं उनका सम्मान करता हूं। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि बीजेपी से कौन उम्मीदवार है, हम बीजेपी की ताकत के खिलाफ लड़ रहे हैं। वह जिस तरह की भाषा का इस्तेमाल कर रही हैं वह दुर्भाग्यपूर्ण है और राज्य की समृद्ध संस्कृति और परंपरा के खिलाफ है, जो एक देवभूमि है। उन्होंने कहा कि यह महिलाओं के लिए समय है और हमें उन्हें सशक्त बनाने की जरूरत है, वह भूल गई हैं कि वह मंडी से मौजूदा सांसद हैं वह महिला जिसे लोगों ने बहुत ही विषम परिस्थितियों में संसद में भेजा है।”
इसका जवाब देते हुए कंगना ने कहा, “मैंने अपने पिता और मां की मदद के बिना फिल्म इंडस्ट्री में अपना नाम बनाया है। मैं राजनीति में शामिल होना चाहती हूं और लोगों की सेवा करना चाहती हूं। पूरा देश चल रहे नवरात्र के दौरान बेटियों की पूजा कर रहा है, लेकिन कांग्रेस नेताओं की महिला विरोधी सोच में कोई बदलाव नहीं आया है। मैं विक्रमादित्य सिंह को चुनौती देती हूं, अगर वह मेरी फिल्म का एक भी सीन सफलतापूर्वक कर सके, तो मैं राजनीति और देश छोड़ दूंगी।”
बीफ खाने के आरोप पर मंडी से भाजपा उम्मीदवार कंगना रनौत ने कहा, “ये लोग आपको भ्रमित करेंगे लेकिन आपको इनकी बातों में नहीं आना है। इन्होंने कहा कि इसने गौमांस खाया है। मैंने इनसे प्रमाण मांगा तो वे कहते हैं कि छोड़ो हमें आपके खाने-पीने से क्या लेना-देना। उन्होंने ये भी कहा कि मैं अशुद्ध हूं और मेरे पास चरित्र नहीं है, लेकिन जब मैंने उन्हें अपना चरित्र दिखाया तो उन्होंने कहा कि आपको प्राथमिक मुद्दों पर बोलना चाहिए।”