उत्तराखंड: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सिख समुदाय के महान गुरुओं को समर्पित 325वें खालसा सजना दिवस पर दी शुभकामनाएं
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुनानक जयंती पर सिख समाज को शुभकामनाएं दी और सिख धर्म के महान गुरुओं के योगदान को सराहा। उन्होंने कहा कि सिख धर्म के गुरुओं ने हमें एकता, सच्चाई, और सेवा के मार्ग पर चलने का संदेश दिया। सिख समुदाय ने अपने त्याग, बलिदान, और साहस के माध्यम से देश और समाज के लिए उत्कृष्ट उदाहरण स्थापित किए हैं।
मुख्यमंत्री ने विशेष रूप से गुरु गोविंद सिंह जी के बारे में बात की और उनके 1699 में खालसा पंथ की स्थापना का महत्व बताया। खालसा पंथ ने हमेशा से देश की रक्षा में अग्रणी भूमिका निभाई है और धर्म और संस्कृति की रक्षा की है। खालसा पंथ का अद्भुत योगदान हमें धर्म, सच्चाई, और न्याय के पथ पर चलने का मार्ग दिखाता है।
उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरु गोविंद सिंह जी के साहिबजादों की शहादत को याद करने के लिए “वीर बाल दिवस” का आयोजन किया है। उन्होंने भी प्रधानमंत्री के नेतृत्व में सरकार की “एक भारत, श्रेष्ठ भारत” की परिकल्पना की सराहना की और सरकार के कई कार्यों की तारीफ की।
मुख्यमंत्री ने उत्तराखंड सरकार के कई कठोर निर्णयों का भी जिक्र किया, जैसे समान नागरिक संहिता विधेयक लागू करना, धर्मांतरण को रोकने के लिए कानून बनाना, लैंड जिहाद के खिलाफ कार्रवाई करना, और महिलाओं के लिए आरक्षण की व्यवस्था करना। उन्होंने सरकार के विकास कार्यों की भी तारीफ की, जैसे हेमकुंड साहिब रोपवे का शिलान्यास करना।
इस तरह, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सिख समुदाय के महान गुरुओं के सम्मान में और उत्तराखंड के विकास के लिए किए जा रहे कठोर निर्णयों की सराहना की। उन्होंने समाज के हर वर्ग के उत्थान के लिए सरकार के कार्यों की प्रशंसा की और उत्तराखंड को एक मजबूत और समृद्ध राज्य बनाने का संकल्प जताया।