उत्तराखंड में 350 करोड़ की पेयजल आपूर्ति योजना: कोटद्वार को मिलेगा लाभ
उत्तराखंड के कोटद्वार नगर क्षेत्र में स्थित माल गोदाम रोड के पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस में आयोजित एक महत्वपूर्ण बैठक में विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खडूड़ी और वार्ड नंबर 04 से 26 तक के पार्षदगणों के बीच उत्तराखंड अर्बन सेक्टर डेवलपमेंट एजेंसी द्वारा संचालित 350 करोड़ की लागत वाली पेयजल आपूर्ति योजना को साझा किया गया।
विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खडूड़ी ने इस योजना के महत्व को विस्तार से बताते हुए कहा कि कोटद्वार नगर क्षेत्र के 23 वार्डों को खो एवं सुखरो नदी के बीच बांटा गया है। इस विभाजन को 20 डीएमए (डिस्ट्रिक्ट मीटरिंग एरिया) में किया गया है, जिससे कार्य की सुचारू और व्यवस्थित प्रगति सुनिश्चित की जा सके। इस महत्त्वाकांक्षी प्रोजेक्ट के तहत पानी की टंकियां, 4 ट्यूबवेल और लगभग 300 किलोमीटर लंबी जल वितरण प्रणाली को शामिल किया गया है। यह योजना 18 वर्षों के ऑपरेशन और मैनेजमेंट के तहत संचालित होगी।
ऋतु खडूड़ी ने बताया कि वर्तमान में कोटद्वार नगर क्षेत्र के निवासी पुरानी पेयजल लाइनों के कारण पानी की कमी और असमय आपूर्ति की समस्या से जूझ रहे हैं। पुराने इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ-साथ बढ़ती आबादी और घरों की संख्या ने इन समस्याओं को और गंभीर बना दिया है। इस योजना के तहत पुरानी पेयजल लाइनों को हटाकर नई और अधिक क्षमता वाली लाइनों को बिछाया जाएगा, जिससे न केवल वर्तमान समस्याओं का समाधान होगा बल्कि भविष्य में भी बढ़ती आबादी के लिए पर्याप्त जल आपूर्ति सुनिश्चित की जा सकेगी।
विधानसभा अध्यक्ष ने केंद्र और राज्य सरकार का धन्यवाद व्यक्त करते हुए कहा कि उनके कुशल नेतृत्व के कारण कोटद्वार में निरंतर विकास कार्य हो रहे हैं। उन्होंने क्षेत्रवासियों की ओर से इस महत्वपूर्ण परियोजना के लिए सरकार का आभार व्यक्त किया और आश्वस्त किया कि यह योजना कोटद्वार के विकास में मील का पत्थर साबित होगी।
इस महत्वपूर्ण अवसर पर सहायक अभियंता लोकेश कुमार, विश्रुत कुमार, नरेंद्र सिंह सहित पार्षद कमल नेगी, सुभाष पांडे, ज्योति सिंह, नीरू बाला खंतवाल और जयदीप नौटियाल भी उपस्थित रहे। इन सभी ने परियोजना के सफल कार्यान्वयन के लिए अपने-अपने सुझाव और विचार साझा किए।
परियोजना की विशेषताएं और लाभ
1. डीएमए (डिस्ट्रिक्ट मीटरिंग एरिया): 23 वार्डों को 20 डीएमए में बांटकर जल आपूर्ति की निगरानी और प्रबंधन को अधिक कुशल और प्रभावी बनाया जाएगा।
2. नए इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास: पुराने और क्षतिग्रस्त पेयजल लाइनों को हटाकर नई और उच्च क्षमता वाली जल वितरण लाइनों का निर्माण किया जाएगा।
3. सतत जल आपूर्ति: योजना के अंतर्गत चार ट्यूबवेल और पानी की टंकियों का निर्माण किया जाएगा, जिससे जल आपूर्ति में सुधार होगा और पानी की कमी की समस्याओं का स्थायी समाधान होगा।
4. विस्तृत जल वितरण प्रणाली: 300 किलोमीटर लंबी जल वितरण प्रणाली के माध्यम से हर घर तक स्वच्छ और सुरक्षित पानी पहुंचाया जाएगा।
5. भविष्य की आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर योजना का निर्माण: बढ़ती आबादी की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए यह परियोजना बनाई गई है, जिससे आने वाले वर्षों में भी जल आपूर्ति की समस्या उत्पन्न न हो।
इस प्रकार, उत्तराखंड अर्बन सेक्टर डेवलपमेंट एजेंसी की यह महत्वाकांक्षी योजना न केवल वर्तमान में पेयजल समस्याओं का समाधान करेगी, बल्कि भविष्य में भी कोटद्वार नगर क्षेत्र को एक समृद्ध और स्वच्छ जल आपूर्ति व्यवस्था प्रदान करेगी। यह योजना कोटद्वार के विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी और क्षेत्रवासियों के जीवन स्तर को बेहतर बनाएगी।